Sunday, 17 November 2013

हाई ब्लड प्रेशर है :साईकिल चलाएं,शहद व अमरूद खाएं ---

  
उपरोक्त स्तुति को सुबह आठ बार और सोते समय आठ बार पश्चिम की ओर मुंह करके जाप करें । धरती से इंसुलेशन बनाते हुये बैठें अर्थात लकड़ी के तख्त पर या ऊनी वस्त्र या पोलीथीन शीट बिछा कर बैठें। दिया हुआ मंत्र 9 या 18 या 27 बार करें ;जहां-जहां ॐ आए ज़रा ज़ोर से उच्चारण करें। ॐ उच्चारण से 'नाभि'की कसरत हो जाती है जिससे सारे नर्व्स खुल जाते हैं। यह मंत्र हाई बी पी,लो बी पी,हार्ट समस्या,मानसिक चिंता आदि मे लाभ देता है।
ॐ भू :ॐ भुव:ॐ स्व:ॐ तत्सवितुर्वरेण्यम भर्गों देवस्य धीमहि ॐ धियो यो न: प्रचोदयात॥

बायोकेमिक दवा-KALI PHOS 6 X  का 4 tds सेवन करें। अथवा 10-10 मिनट के अंतर पर 4-4-4 गोली चूस लें।
निश्चय ही लाभ होगा।
 
शहद के गुणकारी घरेलू नुस्खे.............
*कई बार हम साधारण सी बीमारी में भी घबरा जाते हैं लेकिन अगर हमें थोड़ा भी घरेलू नुस्खों के बारे में पता हो तो आसानी से तुरंत इलाज किया जा सकता है। दादी-नानी के खजाने से हम लेकर आए हैं ऐसे ही कुछ खास लाजवाब सरल-सहज नुस्खे, जिन्हें अपना कर आप भी पा सकते हैं निरोगी काया :

__* अदरक के रस में या अडूसे के काढ़े में शहद मिलाकर देने से खांसी में आराम मिलता है।

* पके आम के रस में शहद मिलाकर देने से पीलिया में लाभ होता है।

* जिन बच्चों को शकर का सेवन मना है, उन्हें शकर के स्थान पर शहद दिया जा सकता है।

* उल्टी (वमन) के समय पोदीने के रस के साथ शहद का प्रयोग लाभकारी रहता है।

* शुष्क त्वचा पर शहद, दूध की क्रीम व बेसन मिलाकर उबटन करें। इससे त्वचा की शुष्कता दूर होकर लावण्यता प्राप्त होगी।

* एक गिलास दूध में बिना शकर डाले शहद घोलकर रात को पीने से दुबलापन दूर होकर शरीर सुडौल, पुष्ट व बलशाली बनता है।

* शहद नित्य सेवन निर्बल आमाशय व आंतों को बल प्रदान करता है।

* प्याज का रस और शहद समान मात्रा में मिलाकर चाटने से कफ निकल जाता है तथा आंतों में जमे विजातीय द्रव्यों को दूर कर कीड़े नष्ट करता है। इसे पानी में घोलकर एनीमा लेने से लाभ होता है।

* हृदय की धमनी के लिए शहद बड़ा शक्तिवर्द्धक है। सोते वक्त शहद व नींबू का रस मिलाकर एक ग्लास पानी पीने से कमजोर हृदय में शक्ति का संचार होता है।

* पेट के छोटे-मोटे घाव और शुरुआती स्थिति का अल्सर शहद को दूध या चाय के साथ लेने से ठीक हो सकता है।

* सूखी खाँसी में शहद व नींबू का रस समान मात्रा में सेवन करने पर लाभ होता है।

* शहद से मांसपेशियां बलवती होती हैं।

* बढ़े हुए रक्तचाप में शहद का सेवन लहसुन के साथ करना लाभप्रद होता है।

* अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर चाटने से श्वास कष्ट दूर होता है और हिचकियां बंद हो जाती हैं।

* संतरों के छिलकों का चूर्ण बनाकर दो चम्मच शहद उसमें फेंटकर उबटन तैयार कर त्वचा पर मलें। इससे त्वचा निखर जाती है और कांतिवान बनती है।

* कब्जियत में टमाटर या संतरे के रस में एक चम्मच शहद डालकर सेवन करें, लाभ होगा।
 
अमरुद खाने के फायदे :
अमरुद में विटामिन सी की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे त्वचा संबधित रोग नहीं होते हैं। इसमें विटामिन,फाइबर और मिनरल प्रचुर मात्रा में होता है जो कब्ज की समस्याओं से निजात दिलाता है| जिन व्यक्तिओं के नाक-कान से खून आता हो, उन्हें भी अमरूद का सेवन करना चाहिए। सिर्फ यही नहीं अमरुद एसिडिटी, अस्थमा, ब्लडप्रेशर, मोटापा आदि समस्याओं में भी फायदा पहुंचाता है।

यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है साथ ही साथ यह पित्त रोगों में भी मददगार होता है। वैसे भी अमरूद ऐसा फल है, जो लोगों की जेब का भी हिसाब रखता है| इसलिए अगर आप भी सुंदर और स्वस्थ बनना चाहते है तो आज से ही अमरूद का सेवन शुरू कर दें।



* अमरुद फेफड़ो को स्वस्थ रखता है|
*अमरुद खाने से हाई ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है|

*ये खून के बहाव को ठीक रखता है जिससे ह्रदय स्वस्थ रहता है।
*ये दमा के रोगियों को फायदा पहुँचाता है|
* अमरुद खाने से पेट की बदहजमी की समस्या ठीक हो जाती है|ये कब्ज को भी ठीक कर देता है।
*अमरुद मोटापे को भी कम करता है|
* अमरुद में अधिक मात्रा में विटामिन c पाया जाता है जो की शरीर के प्रतिरक्षा तन्त्र को मजबूत बनाता है जिससे हमें सर्दी, खांसी, जुकाम जैसे बीमारियाँ नहीं होती|
* ये रक्तस्त्राव के रोग को भी ठीक कर देता है|
* इसमें केल्शियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो की हमारे शरीर की हड्डियों और दाँतों को स्वस्थ रखता है|

Friday, 8 November 2013

Kidney Cleanser Foods...

आजकल मेरी श्रीमतीजी के एक चाचा SPGI में किडनी की खराबी की वजह से ही इलाज कराने पटना से आए हुये हैं। उनकी तकलीफ देख कर वेदना हुई परंतु वे लोग एलोपेथी पर अंध-भक्ति के कारण इन प्राकृतिक उपचारों पर ध्यान नहीं देते हैं और न ही वास्तु दोषों (जो नौ वर्ष पूर्व अवगत करा दिये थे)का ही निवारण करा सके हैं। वे लोग चुटियाधारी,रामनामी गमछा ओढ़े पोंगा-पंडितों के चक्र में रहे हैं जिस कारण आज इतनी तकलीफ उठा रहे हैं। यदि और लोग सबक सीख कर इस पोस्ट का लाभ उठा सकें तो उत्तम है।


Kidney Cleanser Foods...

Cabbage, cauliflower, and other cruciferous vegetables are rich in phytochemicals. These natural components help protect against tissue injury and reduce the risk for developing cancer by neutralizing harmful free radicals and other toxic chemicals.

Red bell peppers
contain vitamins A, B, C, fibers, and lycopene (a powerful antioxidant). Together these components help protect the kidneys against damage and aid in tissue repair.

Garlic and onions
are potent antimicrobials. They help protect the kidneys against viral, bacterial, and fungal infections. They also have anti-inflammatory properties that aid in keeping the structural integrity of the renal tissues.

Grapes contain several flavonoids. These are natural components that not only give grapes their reddish/purplish color but also give a lot of health benefits. They reduce inflammation, counter oxidation and tissue damage, and help protect against certain types of cancer.

Egg whites provide the highest quality animal protein and contain all the essential amino acids. The advantage of getting proteins from egg white is its low phosphorus content. Proteins from meat usually have higher levels of phosphorus. Egg whites decrease the kidneys’ burden of eliminating excess phosphorus accumulated from processed foods and beverages.

Olives and virgin olive oil are rich in linoleic acid and other antioxidants that prevent inflammation and tissue damage.

 

Sunday, 3 November 2013

दिल/हार्ट -डायबिटीज़ के घरेलू उपचार


हार्ट,हाई ब्लड प्रेशर,लो ब्लड प्रेशर,मानसिक तनाव,दमा आदि से बचाव एवं राहत प्राप्ति हेतु इस मंत्र का 108 या 27 बार पश्चिम की ओर मुख करके तथा धरती से इंसुलेशन बनाते हुये अर्थात लकड़ी के तख्त,ऊनी शाल/कंबल या पलीथीन शीट पर बैठ कर जाप प्रतिदिन करें :
ॐ भू : ॐ भुव:ॐ स्व: ॐ तत्स वितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि :ॐ  धियों यो न: प्रचोदयात । । 

डायबिटीज़ की स्थिति में:

ॐ--- भू : --- भुव:---स्व: --- तत्स वितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि :---  धियों यो न: प्रचोदयात । । 

ऊपर दी गई विधि से ही करना है परंतु खाली स्थानों पर उच्चारण रोक कर ताली बजाना हैं। तालियाँ 3-5-7-9-11 के क्रम में अपनी क्षमतानुसार बजाएँ। 

इन प्रयोगों द्वारा बगैर किसी दवा के रोगों की रोकथाम कर सकते हैं। 









GREEN JUICE FOR DIABETICS ~

A fellow juicer shared that he has been taking a tablet every night to control his blood sugar level. But, since he started juicing, he's been drinking this juice recipe every day. He's happy to say that after three weeks he could give up his tablet and his sugar level was stable.

** Result may be different for different individuals.

RECIPE:-

½ cucumber-
1 green apple-
½ bitter gourd-
2 ribs of celery-
½ green capsicum (bell pepper)
Please share here if fresh juices have helped you get off medication.

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LADIES FINGER

The superior fiber found in Ladies Finger helps to stabilize blood sugar by curbing the rate at which sugar is absorbed from the intestinal tract.

Ladies Finger helps lubricate the large intestines due to its bulk laxative qualities. The Ladies Finger fiber absorbs water and ensures bulk in stools. This helps prevent and improve constipation. Unlike harsh wheat bran, which can irritate or injure the intestinal tract, Ladies Finger's mucilage soothes, and Ladies Finger facilitates elimination more comfortably by its slippery characteristic.


Ladies Finger binds excess cholesterol and toxins (in bile acids). These, if not evacuated, will cause numerous health problems. Ladies Finger also assures easy passage out of waste from the body. Ladies Finger is completely non-toxic, non-habit forming, has no adverse side effects, is full of nutrients, and is economically within reach of most unlike the OTC drugs.

Ladies Finger is good for summer heat treatment. Ladies Finger is a supreme vegetable for those feeling weak, exhausted, and suffering from depression.

Ladies Finger fiber is excellent for feeding the good bacteria (probiotics). This contributes to the health of the intestinal tract. These are similar to the ones proliferate by the yoghurt in the small intestine and helps biosynthesis of Vitamin B complex.
Ladies Finger is used for healing ulcers and to keep joints limber. It helps to neutralize acids, being very alkaline, and provides a temporary protective coating for the digestive tract.

In India, Ladies Finger has been used successfully in experimental blood plasma replacements. To retain most of Ladies Finger's nutrients and self-digesting enzymes, it should be cooked as little as possible, e.g. with low heat or lightly steamed. Some eat it


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Friday, 1 November 2013

धन तेरस -धन्वन्तरी जयंती -स्वस्थ जीवन का उत्सव ---विजय राजबली माथुर

आप क़े मानसिक -शारीरिक स्वास्थ्य की खुशहाली ही हमारी दीवाली है । आप को सपरिवार दीपावली की शुभकामनाएं । 
दीपावली का प्रथम दिन अब धन -तेरस क़े रूप में मनाते हैं जिसमे  नया बर्तन खरीदना अनिवार्य बताया जाता है और भी बहुत सी खरीदारियां की जाती हैं । एक वर्ग -विशेष को तो लाभ हो जाता है शेष सम्पूर्ण जनता ठगी जाती है।  आयुर्वेद जगत क़े आदि -आचार्य धन्वन्तरी का यह जनम -दिन है जिसे धन -तेरस में बदल कर विकृत कर दिया गया है। 
 आज भौतिक प्रगति और आध्यात्मिक अवनति  क़े युग में होली और दीवाली दोनों पर्व वैज्ञानिक पद्धति से हट कर मनाये जा रहे हैं । होली पर अबीर ,गुलाल और टेसू क़े फूलों का स्थान रासायनिक रंगों ने ले लिया है जिसने इस पर्व को विकृत कर दिया है। दीपावली पर पटाखे -धमाके किये जाने लगे हैं जो आज क़े मनुष्य की क्रूरता को उजागर करते हैं । मूल पर्व की अवधारणा सौम्य और सामूहिक थी । अब ये दोनों पर्व व्यक्ति की सनक ,अविद्या ,आडम्बर आदि क़े प्रतीक बन गए हैं । इन्हें मनाने क़े पीछे अब समाज और राष्ट्र की उन्नति या मानव -कल्याण उद्देश्य नहीं रह गया है। 



 आचार्य -धन्वन्तरी आयुर्वेद क़े जनक थे । आयुर्वेद अथर्ववेद का उपवेद है इस चिकित्सा -पद्धति में प्रकृति क़े पञ्च -तत्वों क़े आधार पर आरोग्य किया जाता है। 
भूमि +जल =कफ़
वायु +आकाश = वात
अग्नि  = पित्त

पञ्च -तत्वों को आयुर्वेद में वात ,पित्त ,कफ़ तीन वर्गों में गिना जाता है । जब तक ये तत्व शरीर को धारण करते हैं 'धातु' कहलाते हैं ,जब शरीर को दूषित करने लगते हैं तब 'दोष' और जब शरीर को मलिन करने लगते हैं तब 'मल' कहलाते हैं । कलाई -स्थित नाडी पर तर्जनी ,मध्यमा और अनामिका उँगलियों को रख कर अनुमान लगा लिया जाता है कि शरीर में किस तत्व की प्रधानता या न्यूनता चल रही है और उसी क़े अनुरूप रोगी का उपचार किया जाता है । (अ )तर्जनी से वात ,(ब )मध्यमा से पित्त तथा (स )अनामिका से कफ़ का ज्ञान किया जाता है। 

ज्योतिष में हम सम्बंधित तत्व क़े अधिपति ग्रह क़े मन्त्रों का प्रयोग करके तथा उनके अनुसार हवन में आहुतियाँ दिलवा कर उपचार करते हैं । साधारण स्वास्थ्य -रक्षा हेतु सात मन्त्र उपलब्ध हैं और आज की गंभीर समस्या सीजेरियन से बचने क़े लिए छै विशिष्ट मन्त्र उपलब्ध हैं जिनके प्रयोग से सम्यक उपचार संभव है एक प्रख्यात आयुर्वेदाचार्य (और ज्योतिषी  ) जी ने पंजाब -केसरी में जनता की सुविधा क़े लिए बारह बायोकेमिक दवाईओं को बारह राशियों क़े अनुसार प्रयोगार्थ एक सूची लगभग छब्बीस  वर्ष पूर्व दी थी उसे आपकी जानकारी क़े लिए प्रस्तुत कर रहा हूँ सूर्य की चाल पर आधारित इस राशि क्रम  में बायोकेमिक औद्धि का प्रयोग करके स्वस्थ रहा जा सकता है और रोग होने पर उस रोग की दवाई क़े साथ इस अतिरिक्त दवाई का प्रयोग जरनल टॉनिक क़े रूप में किया जा सकता है :-

       
बायोकेमिक दवाईयां होम्योपैथिक स्टोर्स पर ही मिलती हैं और इनमे कोई साईड इफेक्ट  या रिएक्शन नहीं होता है ,इसलिए स्वस्थ व्यक्ति भी इनका सेवन कर सकते हैं .इन्हें 6 x  शक्ति में 4 T D S ले सकते हैं। 

अंग्रेजी  कहावत है -"A healthy  mind  in  a healthy body  only"लेकिन मेरा मानना है कि "Only  the healthy  mind will keep the body healthy ."मेरे विचार की पुष्टि यजुर्वेद क़े अध्याय ३४ क़े (मन्त्र १ से ६) इन छः  वैदिक मन्त्रों से भी होती है ।  इन मन्त्रों का पद्यात्माक भावानुवाद  श्री ''मराल'' जी ने किया है आप भी सुनिये और अमल कीजिए :-
    

Wednesday, 30 October 2013

गुर्दे (KIDNY) की खराबी और उपचार /लौकी के औषधीय प्रयोग






~ CLEAN YOUR KIDNEYS ~

Years pass by and our kidneys are filtering the blood by removing salt, poison and any unwanted entering our body. With time, the salt accumulates and this needs to undergo cleaning treatments and how are we going to overcome this?

It is very easy, first take a bunch of parsley or Cilantro ( Coriander Leaves ) and wash it clean

Then cut it in small pieces and put it in a pot and pour clean water and boil it for ten minutes and let it cool down and then filter it and pour in a clean bottle and keep it inside refrigerator to cool.

Drink one glass daily and you will notice all salt and other accumulated poison coming out of your kidney by urination also you will be able to notice the difference which you never felt before.

Parsley (Cilantro) is known as best cleaning treatment for kidneys and it is natural!

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Chandra Madhav Prasad
 
  लौकी ??? अवश्य खाना चाहिए थोड़ी ही क्यों ना हो .  लौकी काटते समय थोड़ी लौकी कच्ची ही खा ले. ये बहुत मीठी लगती है. लौकी कद्दूकस करने पर उससे निकला पानी पी जाएँ. क्योंकि इसके बहुत लाभ है --- - लंबी तथा गोल दोनों प्रकार की लौकी वीर्यवर्ध्‍दक, पित्‍त तथा कफनाशक और धातु को पुष्‍ट करने वाली होती है।
 - हैजा होने पर 25 एमएल लौकी के रस में आधा नींबू का रस मिलाकर धीरे-धीरे पिएं। इससे मूत्र बहुत आता है। - खांसी, टीबी, सीने में जलन आदि में भी लौकी बहुत उपयोगी होती है। - हृदय रोग में, विशेषकर भोजन के पश्‍चात एक कप लौकी के रस में थोडी सी काली मिर्च और पुदीना डालकर पीने से हृदय रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। - लौकी में श्रेष्‍ठ किस्‍म का पोटेशियम प्रचुर मात्रा में मिलता है, जिसकी वजह से यह गुर्दे के रोगों में बहुत उपयोगी है और इससे
गुर्दे
खुलकर आता है। - लौकी श्‍लेषमा रहित आहार है। इसमें खनिज लवण अच्‍छी मात्रा में मिलती है। - लौकी के बीज का तेल कोलेस्‍ट्रॉल को कम करते है तथा हृदय को शक्‍ति देते है। यह रक्‍त की नाडि़यों को भी स्‍वस्‍थ बनाते है। - लौकी का उपयोग आंतों की कमजोरी, कब्‍ज, पीलिया, उच्‍च रक्‍तचाप, हृदय रोग, मधुमेह, शरीर में जलन या मानसिक उत्‍तेजना आदि में बहुत उपयोगी है। - अल्सर होने पर कुछ दिन सिर्फ लौकी खाने से यह ठीक हो जाता है. - लौकी के रस को सीसम के तेल के साथ मिलाकर तलवों पर हल्की मालिश सुखपूर्वक नींद लाती है। -लौकी का रस मिर्गी और अन्य तंत्रिका तंत्र से सम्बंधित बीमारियों में भी फायदेमंद है। -अगर आप एसिडीटी,पेट क़ी बीमारियों एवं अल्सर से हों परेशान, तो न घबराएं बस लौकी का रस है इसका समाधान। - केवल पर्याप्त मात्रा में लौकी क़ी सब्जी का सेवन पुराने से पुराने कब्ज को भी दूर कर देता है। - लौकी मस्तिष्क की गर्मी को दूर करती है।लौकी का रायता दस्तों में लाभप्रद है। - यकृत की बीमारी और पीलिया के लिये लौकी लाभकारी है। - लौकी के पत्तों को पीसकर लेप करने से कुछ ही दिनों में बवासीर नष्ट हो जाते हैं। - लौकी के छिलके से चेहरा साफ करने से चेहरे की गंदगी दूर होती है। त्वचा के रोम छिद्र खुल जाते हैं। चेहरे पर मुंहासे हों तो, इन मुहांसों पर लौकी और नींबू के रस का मिश्रण लगाएं। इससे आपको जरूर लाभ मिलेगा। -गर्मियों में लौकी को पीसकर पैर के तलवों पर मलें इससे पैरों की जलन शांत होती है। - लौकी के बीजों को पीसकर होठों पर लगाने से जीभ और होठों के छाले ठीक हो जाते हैं। - दमा या अस्थमा के लिए ताजी लौकी पर गीला आटा लेप लें, फिर उसे साफ कपडे़ में लपेटकर, भूभल (गर्म राख या रेत) में दबायें। आधे घंटे बाद कपड़ा और आटा उतारकर उस भुरते का रस निकालकर सेवन करें। लगभग 40 दिनों में इस रोग से छुटकारा मिल जाएगा। - बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लौकी पीसकर लेप करें और इसका रस निकालकर पिलाएं। इससे बिच्छू का जहर उतर जाता है। - कच्चे लौकी को काटकर उसकी लुगदी बनाकर घुटनों पर रखकर कपड़े से बांध लेना चाहिए। इससे घुटने का दर्द दूर हो जायेगा। - सिर्फ एक सावधानी बरते की लौकी कडवी होने पर उसका उपयोग ना करें