Sunday 17 November 2013

हाई ब्लड प्रेशर है :साईकिल चलाएं,शहद व अमरूद खाएं ---

  
उपरोक्त स्तुति को सुबह आठ बार और सोते समय आठ बार पश्चिम की ओर मुंह करके जाप करें । धरती से इंसुलेशन बनाते हुये बैठें अर्थात लकड़ी के तख्त पर या ऊनी वस्त्र या पोलीथीन शीट बिछा कर बैठें। दिया हुआ मंत्र 9 या 18 या 27 बार करें ;जहां-जहां ॐ आए ज़रा ज़ोर से उच्चारण करें। ॐ उच्चारण से 'नाभि'की कसरत हो जाती है जिससे सारे नर्व्स खुल जाते हैं। यह मंत्र हाई बी पी,लो बी पी,हार्ट समस्या,मानसिक चिंता आदि मे लाभ देता है।
ॐ भू :ॐ भुव:ॐ स्व:ॐ तत्सवितुर्वरेण्यम भर्गों देवस्य धीमहि ॐ धियो यो न: प्रचोदयात॥

बायोकेमिक दवा-KALI PHOS 6 X  का 4 tds सेवन करें। अथवा 10-10 मिनट के अंतर पर 4-4-4 गोली चूस लें।
निश्चय ही लाभ होगा।
 
शहद के गुणकारी घरेलू नुस्खे.............
*कई बार हम साधारण सी बीमारी में भी घबरा जाते हैं लेकिन अगर हमें थोड़ा भी घरेलू नुस्खों के बारे में पता हो तो आसानी से तुरंत इलाज किया जा सकता है। दादी-नानी के खजाने से हम लेकर आए हैं ऐसे ही कुछ खास लाजवाब सरल-सहज नुस्खे, जिन्हें अपना कर आप भी पा सकते हैं निरोगी काया :

__* अदरक के रस में या अडूसे के काढ़े में शहद मिलाकर देने से खांसी में आराम मिलता है।

* पके आम के रस में शहद मिलाकर देने से पीलिया में लाभ होता है।

* जिन बच्चों को शकर का सेवन मना है, उन्हें शकर के स्थान पर शहद दिया जा सकता है।

* उल्टी (वमन) के समय पोदीने के रस के साथ शहद का प्रयोग लाभकारी रहता है।

* शुष्क त्वचा पर शहद, दूध की क्रीम व बेसन मिलाकर उबटन करें। इससे त्वचा की शुष्कता दूर होकर लावण्यता प्राप्त होगी।

* एक गिलास दूध में बिना शकर डाले शहद घोलकर रात को पीने से दुबलापन दूर होकर शरीर सुडौल, पुष्ट व बलशाली बनता है।

* शहद नित्य सेवन निर्बल आमाशय व आंतों को बल प्रदान करता है।

* प्याज का रस और शहद समान मात्रा में मिलाकर चाटने से कफ निकल जाता है तथा आंतों में जमे विजातीय द्रव्यों को दूर कर कीड़े नष्ट करता है। इसे पानी में घोलकर एनीमा लेने से लाभ होता है।

* हृदय की धमनी के लिए शहद बड़ा शक्तिवर्द्धक है। सोते वक्त शहद व नींबू का रस मिलाकर एक ग्लास पानी पीने से कमजोर हृदय में शक्ति का संचार होता है।

* पेट के छोटे-मोटे घाव और शुरुआती स्थिति का अल्सर शहद को दूध या चाय के साथ लेने से ठीक हो सकता है।

* सूखी खाँसी में शहद व नींबू का रस समान मात्रा में सेवन करने पर लाभ होता है।

* शहद से मांसपेशियां बलवती होती हैं।

* बढ़े हुए रक्तचाप में शहद का सेवन लहसुन के साथ करना लाभप्रद होता है।

* अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर चाटने से श्वास कष्ट दूर होता है और हिचकियां बंद हो जाती हैं।

* संतरों के छिलकों का चूर्ण बनाकर दो चम्मच शहद उसमें फेंटकर उबटन तैयार कर त्वचा पर मलें। इससे त्वचा निखर जाती है और कांतिवान बनती है।

* कब्जियत में टमाटर या संतरे के रस में एक चम्मच शहद डालकर सेवन करें, लाभ होगा।
 
अमरुद खाने के फायदे :
अमरुद में विटामिन सी की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे त्वचा संबधित रोग नहीं होते हैं। इसमें विटामिन,फाइबर और मिनरल प्रचुर मात्रा में होता है जो कब्ज की समस्याओं से निजात दिलाता है| जिन व्यक्तिओं के नाक-कान से खून आता हो, उन्हें भी अमरूद का सेवन करना चाहिए। सिर्फ यही नहीं अमरुद एसिडिटी, अस्थमा, ब्लडप्रेशर, मोटापा आदि समस्याओं में भी फायदा पहुंचाता है।

यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है साथ ही साथ यह पित्त रोगों में भी मददगार होता है। वैसे भी अमरूद ऐसा फल है, जो लोगों की जेब का भी हिसाब रखता है| इसलिए अगर आप भी सुंदर और स्वस्थ बनना चाहते है तो आज से ही अमरूद का सेवन शुरू कर दें।



* अमरुद फेफड़ो को स्वस्थ रखता है|
*अमरुद खाने से हाई ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है|

*ये खून के बहाव को ठीक रखता है जिससे ह्रदय स्वस्थ रहता है।
*ये दमा के रोगियों को फायदा पहुँचाता है|
* अमरुद खाने से पेट की बदहजमी की समस्या ठीक हो जाती है|ये कब्ज को भी ठीक कर देता है।
*अमरुद मोटापे को भी कम करता है|
* अमरुद में अधिक मात्रा में विटामिन c पाया जाता है जो की शरीर के प्रतिरक्षा तन्त्र को मजबूत बनाता है जिससे हमें सर्दी, खांसी, जुकाम जैसे बीमारियाँ नहीं होती|
* ये रक्तस्त्राव के रोग को भी ठीक कर देता है|
* इसमें केल्शियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो की हमारे शरीर की हड्डियों और दाँतों को स्वस्थ रखता है|

Friday 8 November 2013

Kidney Cleanser Foods...

आजकल मेरी श्रीमतीजी के एक चाचा SPGI में किडनी की खराबी की वजह से ही इलाज कराने पटना से आए हुये हैं। उनकी तकलीफ देख कर वेदना हुई परंतु वे लोग एलोपेथी पर अंध-भक्ति के कारण इन प्राकृतिक उपचारों पर ध्यान नहीं देते हैं और न ही वास्तु दोषों (जो नौ वर्ष पूर्व अवगत करा दिये थे)का ही निवारण करा सके हैं। वे लोग चुटियाधारी,रामनामी गमछा ओढ़े पोंगा-पंडितों के चक्र में रहे हैं जिस कारण आज इतनी तकलीफ उठा रहे हैं। यदि और लोग सबक सीख कर इस पोस्ट का लाभ उठा सकें तो उत्तम है।


Kidney Cleanser Foods...

Cabbage, cauliflower, and other cruciferous vegetables are rich in phytochemicals. These natural components help protect against tissue injury and reduce the risk for developing cancer by neutralizing harmful free radicals and other toxic chemicals.

Red bell peppers
contain vitamins A, B, C, fibers, and lycopene (a powerful antioxidant). Together these components help protect the kidneys against damage and aid in tissue repair.

Garlic and onions
are potent antimicrobials. They help protect the kidneys against viral, bacterial, and fungal infections. They also have anti-inflammatory properties that aid in keeping the structural integrity of the renal tissues.

Grapes contain several flavonoids. These are natural components that not only give grapes their reddish/purplish color but also give a lot of health benefits. They reduce inflammation, counter oxidation and tissue damage, and help protect against certain types of cancer.

Egg whites provide the highest quality animal protein and contain all the essential amino acids. The advantage of getting proteins from egg white is its low phosphorus content. Proteins from meat usually have higher levels of phosphorus. Egg whites decrease the kidneys’ burden of eliminating excess phosphorus accumulated from processed foods and beverages.

Olives and virgin olive oil are rich in linoleic acid and other antioxidants that prevent inflammation and tissue damage.

 

Sunday 3 November 2013

दिल/हार्ट -डायबिटीज़ के घरेलू उपचार


हार्ट,हाई ब्लड प्रेशर,लो ब्लड प्रेशर,मानसिक तनाव,दमा आदि से बचाव एवं राहत प्राप्ति हेतु इस मंत्र का 108 या 27 बार पश्चिम की ओर मुख करके तथा धरती से इंसुलेशन बनाते हुये अर्थात लकड़ी के तख्त,ऊनी शाल/कंबल या पलीथीन शीट पर बैठ कर जाप प्रतिदिन करें :
ॐ भू : ॐ भुव:ॐ स्व: ॐ तत्स वितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि :ॐ  धियों यो न: प्रचोदयात । । 

डायबिटीज़ की स्थिति में:

ॐ--- भू : --- भुव:---स्व: --- तत्स वितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि :---  धियों यो न: प्रचोदयात । । 

ऊपर दी गई विधि से ही करना है परंतु खाली स्थानों पर उच्चारण रोक कर ताली बजाना हैं। तालियाँ 3-5-7-9-11 के क्रम में अपनी क्षमतानुसार बजाएँ। 

इन प्रयोगों द्वारा बगैर किसी दवा के रोगों की रोकथाम कर सकते हैं। 









GREEN JUICE FOR DIABETICS ~

A fellow juicer shared that he has been taking a tablet every night to control his blood sugar level. But, since he started juicing, he's been drinking this juice recipe every day. He's happy to say that after three weeks he could give up his tablet and his sugar level was stable.

** Result may be different for different individuals.

RECIPE:-

½ cucumber-
1 green apple-
½ bitter gourd-
2 ribs of celery-
½ green capsicum (bell pepper)
Please share here if fresh juices have helped you get off medication.

For Green natural Healthy & Happy life and for more valuable posts kindly visit and subscribe:

LADIES FINGER

The superior fiber found in Ladies Finger helps to stabilize blood sugar by curbing the rate at which sugar is absorbed from the intestinal tract.

Ladies Finger helps lubricate the large intestines due to its bulk laxative qualities. The Ladies Finger fiber absorbs water and ensures bulk in stools. This helps prevent and improve constipation. Unlike harsh wheat bran, which can irritate or injure the intestinal tract, Ladies Finger's mucilage soothes, and Ladies Finger facilitates elimination more comfortably by its slippery characteristic.


Ladies Finger binds excess cholesterol and toxins (in bile acids). These, if not evacuated, will cause numerous health problems. Ladies Finger also assures easy passage out of waste from the body. Ladies Finger is completely non-toxic, non-habit forming, has no adverse side effects, is full of nutrients, and is economically within reach of most unlike the OTC drugs.

Ladies Finger is good for summer heat treatment. Ladies Finger is a supreme vegetable for those feeling weak, exhausted, and suffering from depression.

Ladies Finger fiber is excellent for feeding the good bacteria (probiotics). This contributes to the health of the intestinal tract. These are similar to the ones proliferate by the yoghurt in the small intestine and helps biosynthesis of Vitamin B complex.
Ladies Finger is used for healing ulcers and to keep joints limber. It helps to neutralize acids, being very alkaline, and provides a temporary protective coating for the digestive tract.

In India, Ladies Finger has been used successfully in experimental blood plasma replacements. To retain most of Ladies Finger's nutrients and self-digesting enzymes, it should be cooked as little as possible, e.g. with low heat or lightly steamed. Some eat it


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Friday 1 November 2013

धन तेरस -धन्वन्तरी जयंती -स्वस्थ जीवन का उत्सव ---विजय राजबली माथुर

आप क़े मानसिक -शारीरिक स्वास्थ्य की खुशहाली ही हमारी दीवाली है । आप को सपरिवार दीपावली की शुभकामनाएं । 
दीपावली का प्रथम दिन अब धन -तेरस क़े रूप में मनाते हैं जिसमे  नया बर्तन खरीदना अनिवार्य बताया जाता है और भी बहुत सी खरीदारियां की जाती हैं । एक वर्ग -विशेष को तो लाभ हो जाता है शेष सम्पूर्ण जनता ठगी जाती है।  आयुर्वेद जगत क़े आदि -आचार्य धन्वन्तरी का यह जनम -दिन है जिसे धन -तेरस में बदल कर विकृत कर दिया गया है। 
 आज भौतिक प्रगति और आध्यात्मिक अवनति  क़े युग में होली और दीवाली दोनों पर्व वैज्ञानिक पद्धति से हट कर मनाये जा रहे हैं । होली पर अबीर ,गुलाल और टेसू क़े फूलों का स्थान रासायनिक रंगों ने ले लिया है जिसने इस पर्व को विकृत कर दिया है। दीपावली पर पटाखे -धमाके किये जाने लगे हैं जो आज क़े मनुष्य की क्रूरता को उजागर करते हैं । मूल पर्व की अवधारणा सौम्य और सामूहिक थी । अब ये दोनों पर्व व्यक्ति की सनक ,अविद्या ,आडम्बर आदि क़े प्रतीक बन गए हैं । इन्हें मनाने क़े पीछे अब समाज और राष्ट्र की उन्नति या मानव -कल्याण उद्देश्य नहीं रह गया है। 



 आचार्य -धन्वन्तरी आयुर्वेद क़े जनक थे । आयुर्वेद अथर्ववेद का उपवेद है इस चिकित्सा -पद्धति में प्रकृति क़े पञ्च -तत्वों क़े आधार पर आरोग्य किया जाता है। 
भूमि +जल =कफ़
वायु +आकाश = वात
अग्नि  = पित्त

पञ्च -तत्वों को आयुर्वेद में वात ,पित्त ,कफ़ तीन वर्गों में गिना जाता है । जब तक ये तत्व शरीर को धारण करते हैं 'धातु' कहलाते हैं ,जब शरीर को दूषित करने लगते हैं तब 'दोष' और जब शरीर को मलिन करने लगते हैं तब 'मल' कहलाते हैं । कलाई -स्थित नाडी पर तर्जनी ,मध्यमा और अनामिका उँगलियों को रख कर अनुमान लगा लिया जाता है कि शरीर में किस तत्व की प्रधानता या न्यूनता चल रही है और उसी क़े अनुरूप रोगी का उपचार किया जाता है । (अ )तर्जनी से वात ,(ब )मध्यमा से पित्त तथा (स )अनामिका से कफ़ का ज्ञान किया जाता है। 

ज्योतिष में हम सम्बंधित तत्व क़े अधिपति ग्रह क़े मन्त्रों का प्रयोग करके तथा उनके अनुसार हवन में आहुतियाँ दिलवा कर उपचार करते हैं । साधारण स्वास्थ्य -रक्षा हेतु सात मन्त्र उपलब्ध हैं और आज की गंभीर समस्या सीजेरियन से बचने क़े लिए छै विशिष्ट मन्त्र उपलब्ध हैं जिनके प्रयोग से सम्यक उपचार संभव है एक प्रख्यात आयुर्वेदाचार्य (और ज्योतिषी  ) जी ने पंजाब -केसरी में जनता की सुविधा क़े लिए बारह बायोकेमिक दवाईओं को बारह राशियों क़े अनुसार प्रयोगार्थ एक सूची लगभग छब्बीस  वर्ष पूर्व दी थी उसे आपकी जानकारी क़े लिए प्रस्तुत कर रहा हूँ सूर्य की चाल पर आधारित इस राशि क्रम  में बायोकेमिक औद्धि का प्रयोग करके स्वस्थ रहा जा सकता है और रोग होने पर उस रोग की दवाई क़े साथ इस अतिरिक्त दवाई का प्रयोग जरनल टॉनिक क़े रूप में किया जा सकता है :-

       
बायोकेमिक दवाईयां होम्योपैथिक स्टोर्स पर ही मिलती हैं और इनमे कोई साईड इफेक्ट  या रिएक्शन नहीं होता है ,इसलिए स्वस्थ व्यक्ति भी इनका सेवन कर सकते हैं .इन्हें 6 x  शक्ति में 4 T D S ले सकते हैं। 

अंग्रेजी  कहावत है -"A healthy  mind  in  a healthy body  only"लेकिन मेरा मानना है कि "Only  the healthy  mind will keep the body healthy ."मेरे विचार की पुष्टि यजुर्वेद क़े अध्याय ३४ क़े (मन्त्र १ से ६) इन छः  वैदिक मन्त्रों से भी होती है ।  इन मन्त्रों का पद्यात्माक भावानुवाद  श्री ''मराल'' जी ने किया है आप भी सुनिये और अमल कीजिए :-
    

Wednesday 30 October 2013

गुर्दे (KIDNY) की खराबी और उपचार /लौकी के औषधीय प्रयोग






~ CLEAN YOUR KIDNEYS ~

Years pass by and our kidneys are filtering the blood by removing salt, poison and any unwanted entering our body. With time, the salt accumulates and this needs to undergo cleaning treatments and how are we going to overcome this?

It is very easy, first take a bunch of parsley or Cilantro ( Coriander Leaves ) and wash it clean

Then cut it in small pieces and put it in a pot and pour clean water and boil it for ten minutes and let it cool down and then filter it and pour in a clean bottle and keep it inside refrigerator to cool.

Drink one glass daily and you will notice all salt and other accumulated poison coming out of your kidney by urination also you will be able to notice the difference which you never felt before.

Parsley (Cilantro) is known as best cleaning treatment for kidneys and it is natural!

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Chandra Madhav Prasad
 
  लौकी ??? अवश्य खाना चाहिए थोड़ी ही क्यों ना हो .  लौकी काटते समय थोड़ी लौकी कच्ची ही खा ले. ये बहुत मीठी लगती है. लौकी कद्दूकस करने पर उससे निकला पानी पी जाएँ. क्योंकि इसके बहुत लाभ है --- - लंबी तथा गोल दोनों प्रकार की लौकी वीर्यवर्ध्‍दक, पित्‍त तथा कफनाशक और धातु को पुष्‍ट करने वाली होती है।
 - हैजा होने पर 25 एमएल लौकी के रस में आधा नींबू का रस मिलाकर धीरे-धीरे पिएं। इससे मूत्र बहुत आता है। - खांसी, टीबी, सीने में जलन आदि में भी लौकी बहुत उपयोगी होती है। - हृदय रोग में, विशेषकर भोजन के पश्‍चात एक कप लौकी के रस में थोडी सी काली मिर्च और पुदीना डालकर पीने से हृदय रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। - लौकी में श्रेष्‍ठ किस्‍म का पोटेशियम प्रचुर मात्रा में मिलता है, जिसकी वजह से यह गुर्दे के रोगों में बहुत उपयोगी है और इससे
गुर्दे
खुलकर आता है। - लौकी श्‍लेषमा रहित आहार है। इसमें खनिज लवण अच्‍छी मात्रा में मिलती है। - लौकी के बीज का तेल कोलेस्‍ट्रॉल को कम करते है तथा हृदय को शक्‍ति देते है। यह रक्‍त की नाडि़यों को भी स्‍वस्‍थ बनाते है। - लौकी का उपयोग आंतों की कमजोरी, कब्‍ज, पीलिया, उच्‍च रक्‍तचाप, हृदय रोग, मधुमेह, शरीर में जलन या मानसिक उत्‍तेजना आदि में बहुत उपयोगी है। - अल्सर होने पर कुछ दिन सिर्फ लौकी खाने से यह ठीक हो जाता है. - लौकी के रस को सीसम के तेल के साथ मिलाकर तलवों पर हल्की मालिश सुखपूर्वक नींद लाती है। -लौकी का रस मिर्गी और अन्य तंत्रिका तंत्र से सम्बंधित बीमारियों में भी फायदेमंद है। -अगर आप एसिडीटी,पेट क़ी बीमारियों एवं अल्सर से हों परेशान, तो न घबराएं बस लौकी का रस है इसका समाधान। - केवल पर्याप्त मात्रा में लौकी क़ी सब्जी का सेवन पुराने से पुराने कब्ज को भी दूर कर देता है। - लौकी मस्तिष्क की गर्मी को दूर करती है।लौकी का रायता दस्तों में लाभप्रद है। - यकृत की बीमारी और पीलिया के लिये लौकी लाभकारी है। - लौकी के पत्तों को पीसकर लेप करने से कुछ ही दिनों में बवासीर नष्ट हो जाते हैं। - लौकी के छिलके से चेहरा साफ करने से चेहरे की गंदगी दूर होती है। त्वचा के रोम छिद्र खुल जाते हैं। चेहरे पर मुंहासे हों तो, इन मुहांसों पर लौकी और नींबू के रस का मिश्रण लगाएं। इससे आपको जरूर लाभ मिलेगा। -गर्मियों में लौकी को पीसकर पैर के तलवों पर मलें इससे पैरों की जलन शांत होती है। - लौकी के बीजों को पीसकर होठों पर लगाने से जीभ और होठों के छाले ठीक हो जाते हैं। - दमा या अस्थमा के लिए ताजी लौकी पर गीला आटा लेप लें, फिर उसे साफ कपडे़ में लपेटकर, भूभल (गर्म राख या रेत) में दबायें। आधे घंटे बाद कपड़ा और आटा उतारकर उस भुरते का रस निकालकर सेवन करें। लगभग 40 दिनों में इस रोग से छुटकारा मिल जाएगा। - बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लौकी पीसकर लेप करें और इसका रस निकालकर पिलाएं। इससे बिच्छू का जहर उतर जाता है। - कच्चे लौकी को काटकर उसकी लुगदी बनाकर घुटनों पर रखकर कपड़े से बांध लेना चाहिए। इससे घुटने का दर्द दूर हो जायेगा। - सिर्फ एक सावधानी बरते की लौकी कडवी होने पर उसका उपयोग ना करें

Monday 14 October 2013

डेंगू का आयुर्वेदिक और होम्योपेथिक उपचार---डॉ डी बी बाजपेयी

डेन्गू बुखार के लिये सटीक और अचूक आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक इलाज और दवायें ; DENGUE FEVER AND ASSOCIATE COMPLAINTS WELL TREATED BY HOMOEOPATHIC AND AYURVEDIC MEDICAMENTS

by prakruti
डेन्गू बुखार के लिये बहुत से लोगों ने फोन करके "टिप्स" और इलाज के लिये पूछा है कि एलोपैथी के इलाज के बाद भी उन्की तकलीफ नही ठीक हुयी है और जब डेन्गू बुखार अपना असर चरम सीमा पर हो तो लजिमी है कि उसके बचाव और इलाज के लिये सही और सटीक और अचूक इलाज बताया जाय /
आयुर्वेद की औषधियां और इसका इलाज डेन्गू के लिये ;
१- यह खुराक एक पूर्ण वयस्क वयक्ति के लिये है / ब्च्चों के लिये आधी या चौथायी खुराक दे /
एक गोली महासुदर्शन घन वटी
एक गोली सप्त पर्ण घन वटी
एक गोली महाज्वरान्कुश रस
एक गोली आनद भैरव रस
इन चार गोलियों की मिलकर एक खुराक दवा है / इसे सादे पानी से अथवा गुनगुने पानी से अथवा चाय अथवा दूध अथवा तुलसी  की चाय अथवा तुलसी -अदरख की चाय अथवा शहद से रोग की तेजी के अनुसार दो दो घन्टे के अन्तराल से अथवा तीन या चार घन्टे के अन्तराल से देना चाहिये / एक या दो दिन में बुखार और इसके उपद्रव ठीक हो जाते है /
२- Homoeopathic Medicaments ;
In DENGUE FEVER Homoeopathic combination of Mother tinctures is very effective to control the Fevere abd allied syndromes
Mother Tincture Gentiana Chiraita
Mother Tincture Kalmegha
Mother tincture Azadirachta Indica
Mother tincture Ceazelpeania Bonducella
Mother tincture Tinospora cordifolia
Mother Tincture Echinesia
Mother tincture Baptisia
Mix all mother tinctures in equal quantity in a bottle,. shak well
Take one Teaspoonful of the mother tincture mixture in half cup of fresh water and give to patient
Repeat similar medicine 2 or 3 or four hourly according to the need
Dengue and its syndromes will be covered in 2 days
Doses for children reduce according to the age
Medicine should be given to children start with 5 drops to 10 drops drops can be minimised in very little baby
खान पान मे परहेज करे और केवल हल्के खान पान पर धयान दे
खान पान पर लापरवाही करने से पीलिया Jaundic और लीवर और दूसरी बीमारियां पैदा हो जाती है, इसलिये इसका विशेष ध्यान करें 

यह लेख मूल रूप से इस लिंक पर हैं वहीं से साभार लिया गया है---http://wp.me/p5Ct5-1ei

Saturday 12 October 2013

डायबिटीज़ का घरेलू उपचार एवं स्वास्थ्य ---



A woman (65) was diabetic for the last 20+ years
and
was taking insulin
twice a day.
She used the enclosed homemade medicine for a fortnight and
now she is absolutely free of diabetes and taking all her food as normal
including sweets.

The doctors have advised her to stop insulin and any other blood sugar controlling drugs.
I request you all please circulate the email below to as many people as you
can and let them take maximum benefit from it.

AS RECEIVED :
DR. TONY ALMEIDA
( Bombay Kidney Speciality expert )
made the extensive experiments with perseverance and patience and discovered a
successful treatment for diabetes.
Now a days a lot of people, old men &
women in particular suffer a lot due to Diabetes.

Ingredients:
1 - Wheat 100 gm
2 - Gum(of tree) (gondh) 100 gm
3 - Barley 100 gm
4 - Black Seeds (kalunji) 100 gm

Method of Preparation :
Put all the above ingredients in 5 cups of water.
Boil it for 10 minutes and put off the fire.
Allow it to cool down by itself.
When it has become cold, filter out the
seeds and preserve water in a glass jug or bottle.

How to use it?
Take one small cup of this water every day early morning when your stomach is empty.
Continue this for 7 days.Next week repeat the same but on alternate days. With these 2 weeks of
treatment you will wonder to see that you have become normal and can eat
normal food without problem.

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Naturopathy Cure for Diabetes & High Blood Pressure By Vegetable Lady Finger (OKRA)

Take two pieces of Lady Finger and cut both ends of each Piece. Also put these two pieces in glass of water.

Cover the glass and keep it during the night in room temperature.
Early morning after Fresh up , before breakfast remove the pieces of lady Finger from the glass and drink that water.

Keep doing it on daily basis. Within two weeks, you will see remarkable results in reduction of your SUGAR and B.P.

You have to stop Insulin and other Medicine and continues to take the lady fingers every day.keep taking it for a few months before U see results, as most cases might be chronic.

Please. try it as it will do not harm you.

HEALTHY JUICES:

Carrot + Ginger + Apple - Boost and cleanse our system.

Apple + Cucumber + Celery - Prevent cancer, reduce cholesterol, and eliminate stomach upset and headache.

Tomato + Carrot + Apple - Improve skin complexion and eliminate bad breath.

Bitter gou rd + Apple + Milk - Avoid bad breath and reduce internal body heat.

Orange + Ginger + Cucumber - Improve Skin texture and moisture and reduce body heat.

Pineapple + Apple + Watermelon - To dispel excess salts, nourishes the bladder and kidney.

Apple + Cucumber + Kiwi - To improve skin complexion.

Pear & Banana - regulates sugar content.

Carrot + Apple + Pear + Mango - Clear body heat, counteracts toxicity, decreased blood pressure and fight oxidization .

Honeydew + Grape + Watermelon + Milk - Rich in vitamin C + Vitamin B2 that increase cell activity and str engthen body immunity.

Papaya + Pineapple + Milk - Rich in vitamin C, E, Iron. Improve skin complexion and metabolism.

Banana + Pineapple + Milk - Rich in vitamin with nutritious and prevent constipation

Thursday 10 October 2013

दांत -दर्द के घरेलू उपचार और......




दांत में दर्द होना आम बात है:
 कई बार कुछ गलत खाने से भी दांत में दर्द हो जाता है, तो कई बार दांतों की ठीक से सफाई न करने या कीड़े लगने के कारण दांतों में दर्द होने लगता है. दांतों में दर्द का कारण कोई भी हो, लेकिन इसकी पीड़ा आपके लिए बेहद कष्टकारी बन जाती है.
दांत दर्द कई कारणों से होता है मसलन किसी तरह के संक्रमण से या डाईबिटिज की वजह से या ठीक ढंग से दांतों की साफ सफाई नहीं करते रहने से। यूँ तो दांत दर्द के लिए कुछ ऐलोपैथिक दवाइयां होती हैं लेकिन उनके बहुत हीं कुप्रभाव होते हैं जिसकी वजह से लोग चाहते हैं की कुछ घरेलू उपचार से इसे ठीक कर लिया जाये। अगर आप भी दांत दर्द से परेशान है एवं इसके उपचार के लिए प्रभावकारी घरेलू उपाय चाहते हैं तो नीचे दिए गए उपायों पर अमल करें।

नियमित रूप से सरसों के तेल में हल्दी और नमक मिलाकर दांतों की मालिश करने से दांत में दर्द की समस्या जड़ से खत्म हो जाती है. अगर तुरंत दर्द भगाना है, तो इसी घोल से 15 मिनट तक लगातार मालिश करें.

हींग - जब भी दांत दर्द के घरेलू उपचार की बात की जाती है, हींग का नाम सबसे पहले आता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह दांत दर्द से तुरंत मुक्ति देता है। इसका इस्तेमाल करना भी बेहद आसन है। आपको चुटकी भर हींग को मौसम्मी के रस में मिलाकर उसे रुई में लेकर अपने दर्द करने वाले दांत के पास रखना है। चूँकि हींग लगभग हर घर में पाया जाता है इसलिए दांत दर्द के लिए यह उपाय बहुत सुलभ, सरल एवं कारगर माना जाता है।

हींग दांत में दर्द से तुरंत मुक्ति दिला सकता है. हींग को मौसमी के रस में डुबोकर दांतों में दर्द की जगह पर रखें. मौसमी का रस न होने पर हींग में नींबू भी मिलाया जा सकता है. इससे कुछ देर बाद ही आपको दर्द से छुटकारा मिल जायेगा.

दर्द से राहत पाने के लिए दर्द वाली जगह को सुन्न करने से भी आराम मिलता है. यदि आप दर्द की जगह पर बर्फ रखेंगे, तो आपको दर्द से मुक्ति मिल जायेगी.

लौंग -- लौंग में औषधीय गुण होते हैं जो बैकटीरिया एवं अन्य कीटाणु (जर्म्स, जीवाणु) का नाश करते हैं। चूँकि दांत दर्द का मुख्य कारण बैकटीरिया एवं अन्य कीटाणु का पनपना होता है इसलिए लौंग के उपयोग से बैकटीरिया एवं अन्य कीटाणु का नाश होता है जिससे दांत दर्द गायब होने लगता है। घरेलू उपचार में लौंग को उस दांत के पास रखा जाता है जिसमें दर्द होता है। लेकिन दर्द कम होने की प्रक्रिया थोड़ी धीमी होती है इसलिए इसमें धैर्य की जरुरत होती है।

दांतों के दर्द में लौंग एक ऐसा उपाय है, जिससे दांतों के सभी बैक्टीरिया नष्ट किये जा सकते हैं. कई बार बैक्टीरिया जम जाने के कारण भी दांतों में जोर का दर्द होने लगता है. ऐसे में लौंग को दांतों के दर्द की जगह पर रखना चाहिए, कुछ ही देर में आपका दर्द जाता रहेगा.


प्याज -- प्याज (कांदा ) दांत दर्द के लिए एक उत्तम घरेलू उपचार है। जो व्यक्ति रोजाना कच्चा प्याज खाते हैं उन्हें दांत दर्द की शिकायत होने की संभावना कम रहती है क्योंकि प्याज में कुछ ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो मुंह के जर्म्स, जीवाणु एवं बैकटीरिया को नष्ट कर देते हैं। अगर आपके दांत में दर्द है तो प्याज के टुकड़े को दांत के पास रखें अथवा प्याज चबाएं। ऐसा करने के कुछ हीं देर बाद आपको आराम महसूस होने लगेगा।

आप अकसर प्याज को सलाद के रूप में खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं प्याज के जरिये भी आप अपने दांत के दर्द को दूर कर सकते है. प्याज के जरिये मुंह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं.

लहसुन -- लहसुन भी दांत दर्द में बहुत आराम पहुंचाता है। असल में लहसुन में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जो अनेकों प्रकार के संक्रमण से लड़ने की क्षमता रखते हैं। अगर आपका दांत दर्द किसी प्रकार के संक्रमण की वजह से होगा तो लहसुन उस संक्रमण को दूर कर देगा जिससे आपका दांत दर्द भी ठीक हो जायेगा। इसके लिए आप लहसुन की दो तीन कली को कच्चा चबा जायें। आप चाहें तो लहसुन को काट कर या पीस कर अपने दर्द करते हुए दांत के पास रख सकते हैं। लहसुन में एलीसिन होता है जो दांत के पास के बैकटीरिया, जर्म्स, जीवाणु इत्यादि को नष्ट कर देता है। लेकिन लहसुन को काटने या पीसने के बाद तुरंत इस्तेमाल कर लें। ज्यादा देर खुले में रहने देने से एलीसिन उड़ जाता है जिससे बगैर आपको ज्यादा फायदा नहीं होता।


एक फांक लहसुन को सेंधा नमक के साथ पीसकर यदि आप दांतों में दर्द की जगह पर लगायेंगे तो आपको दर्द में आराम मिलेगा. इतना ही नहीं यदि आप लहसुन की एक कली को दर्द की जगह पर रखेंगे तो भी आपको आराम मिलेगा.

यदि आप कोई भी प्रयोग नहीं करना चाहते तो दर्द की जगह पर गर्म पानी के सेंक देने से भी आपको आराम मिल सकता है. आप चाहें तो गर्म पानी से गार्गल भी कर सकते हैं. इतना ही नहीं गर्म पानी से भाप लेने से दांतों के दर्द को दूर करने में मदद मिलती है. पानी गर्म करते समय उसमें आप हल्का सा नमक भी डाल लें.
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दाँत -दर्द में राहत के लिए बायोकेमिक कंपाउंड नंबर-23 भी काफी लाभदायक रहता है इसे किसी भी होम्योपेथिक स्टोर से ले सकते हैं। 
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एलोपेथिक दर्द निवारक कितने घातक होते हैं जानिए इस लेख द्वारा-
 

Monday 7 October 2013

कब्ज है तो घबराएँ नही, इन घरेलू उपायों को अपनाएं ----


कब्ज :
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पके टमाटर का रस एक कप पीने से पुरानी से पुरानी कब्ज दूर होती है और आंतों को ताकत भी मिलती है।

रात में सोते समय 1 से 2 चम्मच अलसी के बीज ताजा पानी से निगल लें। आंतों की खुश्की दूर होकर मल साफ होगा।

2 अंजीर को रात को पानी में भिगोकर सुबह चबाकर पानी पीने से पेट साफ हो जाता है।

गाजर के रस का रोजाना सेवन करने से कोष्ठबद्धता (कब्ज) ठीक हो जाती है। ऐसे व्यक्ति अर्श (बवासीर) रोग से सुरक्षित रहते हैं।

गिलोय का बारीक चूर्ण को गुड़ के साथ बराबर की मात्रा में मिलाकर 2 चम्मच सोते समय सेवन करने से कब्ज का रोग दूर हो जाता है।

अजवायन 10 ग्राम, त्रिफला 10 ग्राम और सेंधानमक 10 ग्राम को बराबर मात्रा में लेकर कूटकर चूर्ण बना लें। रोजाना 3 से 5 ग्राम इस चूर्ण को हल्के गर्म पानी के साथ सेवन करने से काफी पुरानी कब्ज समाप्त हो जाती है।

थूहर के दूध में कालीमिर्च, लौंग या पीपल भिगोकर सुखा लें। कब्ज से परेशान व्यक्ति को कालीमिर्च या लौंग खिला देने से पेट बिल्कुल साफ हो जाता है।

सोते समय 1 चम्मच साबुत मेथी दाने को पानी के साथ पीने से कब्ज दूर होगी।

4 चम्मच सौंफ 1 गिलास पानी में उबालें। जब आधा पानी रह जाये तो छानकर पीने से कब्ज दूर हो जायेगा।

गैस :
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10 पिसी हुई कालीमिर्च को फांक कर, ऊपर से गर्म पानी में नीबू निचोड़कर सुबह-शाम पीते रहने से गैस बनना बंद हो जाती है।

चुकन्दर को खाने से पेट की गैस दूर होती है।

6 ग्राम अजवाइन में लगभग 2 ग्राम कालानमक को मिलाकर फंकी देकर गर्म पानी पिलाने से गैस मिटती है।

पेट में गैस बनने पर सुबह 4 कली लहसुन की खाये इससे पाचन शक्ति बढ़ती है और गैस दूर होती है।

Friday 4 October 2013

मलेरिया और डेंगू भगाने के घरेलू उपचार



हमारी हर प्राचीन  परंपरा में वैज्ञानिकता का दर्शन होता हैं अज्ञानता का नहीं......
 "खीर" का वैज्ञानिक महत्व......
हम सब जानते है की मच्छर काटने से मलेरिया होता है वर्ष मे कम से कम 700-800 बार तो मच्छर काटते ही होंगे अर्थात 70 वर्ष की आयु तक पहुंचते-पहुंचते लाख बार मच्छर काट लेते होंगे । लेकिन अधिकांश लोगो को जीवनभर में एक दो बार ही मलेरिया होता है सारांश यह है की मच्छर के काटने से मलेरिया होता है यह 1% ही सही है ।

खीर खाओ मलेरिया भगाओ::

लेकिन यहाँ ऐसे विज्ञापनो की कमी नहीं है जो कहते है की एक भी मच्छर ‘डेंजरस’ है, हिट लाओगे तो एक भी मच्छर नहीं बचेगा अब ऐसे विज्ञापनो के झांसे मे आकर के करोड़ो लोग इस मच्छर बाजार मे अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो जाते है । सभी जानते है बैक्टीरिया बिना उपयुक्त वातावरण के नहीं पनप सकते जैसे दूध मे दही डालने मात्र से दही नहीं बनाता, दूध हल्का गरम होना चाहिए, उसे ढककर गरम वातावरण मे रखना होता है । बार बार हिलाने से भी दही नहीं जमता ऐसे ही मलेरिया के बैक्टीरिया को जब पित्त का वातावरण मिलता है तभी वह 4 दिन में पूरे शरीर में फैलता है नहीं तो थोड़े समय में खत्म हो जाता है. सारे मच्छरमार प्रयासो के बाद भी मच्छर और रोगवाहक सूक्ष्म कीट नहीं काटेंगे यह हमारे हाथ में नहीं ; लेकिन पित्त को नियंत्रित रखना हमारे हाथ में तो है.
अब हमारी परम्पराओं का चमत्कार देखिये जिन्हे अल्पज्ञानी, दक़ियानूसी, और पिछड़ेपन की सोच करके, षड्यंत्र फैलाया जाता था ।

वर्षा ऋतु के बाद शरद ऋतु आती है आकाश में बादल धूल न होने से कडक धूप पड़ती है जिससे शरीर में पित्त कुपित होता है इसी समय गड्ढो मे जमा पानी के कारण बहुत बड़ी मात्रा मे मच्छर पैदा होते है इससे मलेरिया होने का खतरा सबसे अधिक होता है ।

खीर खाने से पित्त का शमन होता है । शरद में ही पितृ पक्ष (श्राद्ध) आता है पितरों का मुख्य भोजन है खीर । इस दौरान 5-7 बार खीर खाना हो जाता है इसके बाद शरद पुर्णिमा को रातभर चाँदनी के नीचे चाँदी के पात्र में रखी खीर सुबह खाई जाती है (चाँदी का पात्र न हो तो चाँदी का चम्मच खीर मे डाल दे , लेकिन बर्तन मिट्टी या पीतल का हो, क्योंकि स्टील जहर और एल्यूमिनियम, प्लास्टिक, चीनी मिट्टी महा-जहर है) . यह खीर विशेष ठंडक पहुंचाती है । गाय के दूध की हो तो अतिउत्तम, विशेष गुणकारी (आयुर्वेद मे घी से अर्थात गौ घी और दूध गौ का) इससे मलेरिया होने की संभावना नहीं के बराबर हो जाती है

 
ध्यान रहे : इस ऋतु में बनाई खीर में केसर और मेंवों का प्रयोग न करे । ये गर्म प्रवृत्ति के होने से पित्त बढ़ा सकते है. सिर्फ इलायची डाले
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  कृपया इसे जितना संभव हो शेयर करें.....
 डेंगू का उपचार: 
आजकल डेंगू एक बड़ी समस्या के तौर पर उभरा है, पूरे भारत मेआयुर्वेद में इसका इलाज है और वो इतना सरल और सस्ता है कि उसे कोई भी कर सकता है l तीव्र ज्वर, सर में तेज़ दर्द, आँखों के पीछे दर्द होना, उल्टियाँ लगना, त्वचा का सुखना तथा खून के प्लेटलेट की मात्रा का तेज़ी से कम होना डेंगू के कुछ लक्षण हैं जिनका यदि समय रहते इलाज न किया जाए तो रोगी की मृत्यु भी सकती है l यदि आपके आस-पास किसी को यह रोग हुआ हो और खून में प्लेटलेट की संख्या कम होती जा रही हो तो चित्र में दिखाई गयी चार चीज़ें रोगी को दें : १) अनार जूस २) गेहूं घास रस ३) पपीते के पत्तों का रस ४) गिलोय/अमृता/अमरबेल सत्व अनार जूस तथा गेहूं घास रस नया खून बनाने तथा रोगी की रोग से लड़ने की शक्ति प्रदान करने के लिए है, अनार जूस आसानी से उपलब्ध है यदि गेहूं घास रस ना मिले तो रोगी को सेब का रस भी दिया जा सकता है l - पपीते के पत्तों का रस सबसे महत्वपूर्ण है, पपीते का पेड़ आसानी से मिल जाता है उसकी ताज़ी पत्तियों का रस निकाल कर मरीज़ को दिन में २ से ३ बार दें , एक दिन की खुराक के बाद ही प्लेटलेट की संख्या बढ़ने लगेगी l - गिलोय की बेल का सत्व मरीज़ को दिन में २-३ बार दें, इससे खून में प्लेटलेट की संख्या बढती है, रोग से लड़ने की शक्ति बढती है तथा कई रोगों का नाश होता है l यदि गिलोय की बेल आपको ना मिले तो  जाकर "गिलोय घनवटी" ले आयें जिसकी एक एक गोली रोगी को दिन में 3 बार दें l यदि बुखार १ दिन से ज्यादा रहे तो खून की जांच अवश्य करवा लें l यदि रोगी बार बार उलटी करे तो सेब के रस में थोडा नीम्बू मिला कर रोगी को दें, उल्टियाँ बंद हो जाएंगी l यदि रोगी को अंग्रेजी दवाइयां दी जा रही है तब भी यह चीज़ें रोगी को बिना किसी डर के दी जा सकती हैं l डेंगू जितना जल्दी पकड़ में आये उतना जल्दी उपचार आसान हो जाता है और रोग जल्दी ख़त्म होता है l 

Saturday 28 September 2013

Onions are a huge magnet for bacteria.....preventing us from getting colds and flu




IN PRAISE OF ONIONS: BY A DOCTOR FRIEND
In 1919 when the flu killed 40 million people there was this Doctor that visited the many farmers to see if he could help them combat the flu...
Many of the farmers and their families had contracted it and many died.

The doctor came upon this one farmer and to his surprise, everyone was very healthy. When the doctor asked what the farmer was doing that was different the wife replied that she had placed an unpeeled onion in a dish in the rooms of the home, (probably only two rooms back then). The doctor couldn't believe it and asked if he could have one of the onions and place it under the microscope. She gave him one and when he did this, he did find the flu virus in the onion. It obviously absorbed the bacteria, therefore, keeping the family healthy.

Now, I heard this story from my hairdresser. She said that several years ago, many of her employees were coming down with the flu, and so were many of her customers. The next year she placed several bowls with onions around in her shop. To her surprise, none of her staff got sick. It must work. Try it and see what happens. We did it last year and we never got the flu.

Now there is a P. S. to this for I sent it to a friend in Oregon who regularly contributes material to me on health issues. She replied with this most interesting experience about onions:

Thanks for the reminder. I don't know about the farmer's story...but, I do know that I contacted pneumonia, and, needless to say, I was very ill... I came across an article that said to cut both ends off an onion put it into an empty jar, and place the jar next to the sick patient at night. It said the onion would be black in the morning from the germs...sure enough it happened just like that...the onion was a mess and I began to feel better.

Another thing I read in the article was that onions and garlic placed around the room saved many from the black plague years ago. They have powerful antibacterial, antiseptic properties.

This is the other note. Lots of times when we have stomach problems we don't know what to blame. Maybe it's the onions that are to blame. Onions absorb bacteria is the reason they are so good at preventing us from getting colds and flu and is the very reason we shouldn't eat an onion that has been sitting for a time after it has been cut open.

LEFT OVER ONIONS ARE POISONOUS

I had the wonderful privilege of touring Mullins Food Products, Makers of mayonnaise. Questions about food poisoning came up, and I wanted to share what I learned from a chemist.

Ed, who was our tour guide, is a food chemistry whiz. During the tour, someone asked if we really needed to worry about mayonnaise. People are always worried that mayonnaise will spoil. Ed's answer will surprise you. Ed said that all commercially-made mayo is completely safe.

"It doesn't even have to be refrigerated. No harm in refrigerating it, but it's not really necessary." He explained that the pH in mayonnaise is set at a point that bacteria could not survive in that environment. He then talked about the summer picnic, with the bowl of potato salad sitting on the table, and how everyone blames the mayonnaise when someone gets sick.

Ed says that, when food poisoning is reported, the first thing the officials look for is when the 'victim' last ate ONIONS and where those onions came from (in the potato salad?). Ed says it's not the mayonnaise (as long as it's not homemade mayo) that spoils in the outdoors. It's probably the ONIONS, and if not the onions, it's the POTATOES.

He explained onions are a huge magnet for bacteria, especially uncooked onions. You should never plan to keep a portion of a sliced onion.. He says it's not even safe if you put it in a zip-lock bag and put it in your refrigerator.

It's already contaminated enough just by being cut open and out for a bit, that it can be a danger to you (and doubly watch out for those onions you put in your hotdogs at the baseball park!). Ed says if you take the leftover onion and cook it like crazy you'll probably be okay, but if you slice that leftover onion and put on your sandwich, you're asking for trouble. Both the onions and the moist potato in a potato salad, will attract and grow bacteria faster than any commercial mayonnaise will even begin to break down.

Also, dogs should never eat onions. Their stomachs cannot metabolize onions.

Please remember it is dangerous to cut an onion and try to use it to cook the next day, it becomes highly poisonous for even a single night and creates toxic bacteria which may cause adverse stomach infections because of excess bile secretions and even food poisoning.