Wednesday 8 July 2015

Same doctors has come as demon --- Pallavi Panda Mishra

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 पल्लवी जी के विचार /दृष्टिकोण 'स्तुत्य ' हैं :

Pallavi Panda Mishra added 2 new photos.
We say that doctors are angels sent by god to save human life. But for me the same doctors has come as demon in my life to ruin it in pieces.
Due to few doctors negligence I lost my husband’s life just like a water bubble. Few days back we were a happy family with ambition and future plans for our upcoming life.
But who knew life threatening danger was waiting on our way to shatter my family.
My Husband Girish had a heart blockage which we never knew until the last day of his life just because the doctor could not find it.
On 13th June after lunch he was playing with our 6 month old baby and suddenly he started vomiting then complained of stretching of throat and jaw muscle, breathing problem little pain in heart. As we stay in BTM, Bengaluru, nearest hospital was Gangothri hospital so I took him there. Attendant doctor checked him and asked us to do an ECG and blood test.
Both were done immediately. Then they admitted him and gave saline and few medicines. The main doctor of hospital Dr K.N.N Pai came for rounds and checked him and said this is nothing but dehydration and throat infection he will be alright soon.
I have no idea that whether he had checked the ECG report or not. That night we stayed in the hospital. Till then Girish was telling he was not filling comfortable as his arms are paining and he is not able to breathe properly. I went asked the attendant doctor about the ECG and blood report.
He said everything seems "Normal". He gave him pain killer and sleeping tablets and said you will be alright just try to sleep.
The next day morning 10 Am Dr K.N. N Pai again visited and checked Girish and tasked how he is feeling. Girish told he is little better as he took the pain killer medicines.
Dr said today they will discharge him and to take rest at home for 2 to 3 days he will feel batter. They gave some antibiotics and pain killer tablets and discharged him.
14th June 2 pm we came home. After we came home daily Girish was getting fever and complaining of breathing problem. Again 17th June evening I took him to same hospital to check why his fever is not coming down. For our surprise Dr K.N.N Pai refused to check him as we didn’t have appointment.
i requested them that its urgent as my husband was admitted here only. They said we can check with other doctors if we want. So we checked with general physician there and showed the previous reports. Still they could not find what the problem with Girish is and asked us to do a blood test. Test done in 1 hour and showed some infection.
Till that time the doctor (Dr.Rakhi) was gone and other general doctor came (attendant doctor on 13th June night) saw the blood report and told its nothing but throat infection and wrote high power antibiotics and sleeping tablets. I gave him those medicines after dinner but that night Girish could not sleep for a second also.
Next day morning i.e 18th June i took him to a private clinic in indira nagar with the help of my brother. There the doctor was shocked to see the ECG report taken on 13th June and asked us why nobody has not seen this ECG report before. It was clearly mentioned there that Girish got his first attack that day.
We were dumb stuck with his words. Dr immediately referred us to go to Chinmaya missin hospital and get admitted. In CMH, the doctors told it’s too much delayed but still we will try our best and did angioplasty same day.
After 2 hours of operation Girish was fine but suddenly his condition got worst. Doctor called us and told chances of his survival is 1% only god can help him. At 11 pm night Girish left this world leaving us alone. The heart blockage was 100% so blood flow to few area was totally blocked and the cells were died off in that area.
As a result after clearance of the blockage also the cells could not accept the blood and his heart ruptured. If the doctors would have noticed the ECG report the same day of attack Girish would have survived.
Sorry for such a long post but i don’t want anyone else suffer like me so wanted all of you to know about it. Whenever any of your near and dear ones complain of breathing problem, jaw and throat muscle stretch, arms getting pain then immediately check with cardiology specialist without any delay. Because it’s a sign of heart attack.
I am going to put a case on Gangothri hospital for a such a negligence act. But mean time I want everybody to spread this massage as much as possible so that no one else should suffer like me in future.
Many people already asked if he had any BAD HABITS.. want to clarify right away.. NO he didn't have ANY bad habits.
https://www.facebook.com/pallavi.panda.52/posts/10153404726655270
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हार्ट अटेक से संबन्धित कुछ घरेलू उपाय :

 बायोकेमिक औषद्धि KALI PHOS को 6 x शक्ति में दिन में 3 बार 4-4-4 गोली सेवन करने से हाई व लो ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित होते हैं और हार्ट के लिए तो यह रामबाण औषद्धि है। बहुत ज़रूरी होने पर 10-10 मिनट के अंतराल पर 4-4-4 गोली चूसने को दें या गुनगुने पानी में घोल कर पिलाएँ जो sinking heart को भी दुरुस्त करने में कारगर है। 
ॐ भू : ॐ भुव: ॐ स्व: ॐ  तत्सवितुर्वरेण्यम  भर्गों देवस्य धीमहि । ॐ धियों  यो  न : प्रचोदयात । । 
इस प्रकार से पश्चिम दिशा में मुख करके धरती से इंसुलेशन बनाते हुये किसी आसन  ( लकड़ी,ऊन अथवा पोलीथीन ) पर बैठ कर 108 या कम से कम 27 बार नियमित वाचन करने से निम्न,उच्च रक्तचाप व हृदय रोगों में लाभ मिलता है। 
ॐ = अ+उ+म  का उच्चारण करने से शरीर के केंद्र बिन्दु  'नाभि' की कसरत हो जाती है जिससे 'नर्वस सिस्टम' ठीक रहता है। ब्लाकेज भी खुल जाते हैं। ॐ के उच्चारण के अतिरिक्त नाभि की न तो कोई दूसरी कसरत है न ही मालिश। 

Sunday 28 June 2015

गुणों से भरपूर चुकंदर ऊर्जा का संचार करता है --- डॉ आरती सिंह

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रोजाना थोड़ा सा चुकंदर खाने से मिलने लगेंगे ये गजब के रिजल्ट्स-----
चुकंदर का सेवन अधिकतर लोग सलाद के रूप में या जूस बनाकर करते हैं। इसके लाल रंग के कारण अधिकतर लोग सिर्फ इसे खून बढ़ाने वाली चीज के रूप में ही जानते हैं और इसका उपयोग भी इसीलिए करते हैं..... इसे खाने के एक नहीं अनेक फायदे हैं....... गुणों से भरपूर- सोडियम पोटेशियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन, आयोडीन, आयरन और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते है इसे खाने से हिमोग्लोबिन बढ़ता है.......उम्र के साथ ऊर्जा व शक्ति कम होने लगती है, चुकंदर का सेवन अधिक उम्र वालों में भी ऊर्जा का संचार करता है। इसमें एंटीआक्सीडेंट पाए जाते हैं........यदि आपको आलस महसूस हो रही हो या फिर थकान लगे तो चुकंदर का खा लीजिये। इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर की एनर्जी बढाता है
दिल की बीमारियां- चुकंदर में नाइट्रेट नामक रसायन होता है जो रक्त के दबाव को काफी कम कर देता है और दिल की बीमारी के जोखिम को भी कम करता है। चुकंदर एनीमिया के उपचार में बहुत उपयोगी माना जाता है। यह शरीर में रक्त बनाने की प्रक्रिया में सहायक होता है। आयरन की प्रचुरता के कारण यह लाल रक्त कोशिकाओं को सक्रिय रखने की क्षमता को बढ़ा देता है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और घाव भरने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
हाई ब्लड प्रेशर में- शोधकर्ताओं ने रोज चुकंदर का जूस पीने वाले मरीजों को अध्ययन में शामिल किया। उन्होंने रोज चुकंदर का मिक्स जूस [गाजर या सेब के साथ] पीने वाले मरीजों के हाई ब्लड प्रेशर में कमी पाई। अध्ययन के मुताबिक रोजाना केवल दो कप चुकंदर का मिक्स जूस पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है......चुकंदर का नियमित सेवन करेंगे, तो कब्ज की शिकायत नहीं होगी। बवासीर के रोगियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। रात में सोने से पहले एक गिलास या आधा गिलास जूस दवा का काम करता है.......लोग जिम में जी तोड़ कर वर्कआउट करते हैं उन्हें खाने के साथ चुकंदर खाना चाहिए..... इससे शरीर में एनर्जी बढती है और थकान दूर होती है......साथ ही अगर हाई बीपी हो गया हो तो इसे पीने से केवल 1 घंटे में शरीर नार्मल हो जाता है......









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Wednesday 24 June 2015

हार्ट अटैक का आयुर्वेदिक इलाज..........डॉ आरती सिंह

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.डॉ आरती सिंह


.डॉ आरती सिंह
भारत मैं सबसे ज्यादा मौते कोलस्ट्रोल बढ़ने के कारण हार्ट अटैक से होती हैं........ आप खुद अपने ही घर मैं ऐसे बहुत से लोगो को जानते होंगे जिनका वजन व कोलस्ट्रोल बढ़ा हुआ हे..........अमेरिका की कईं बड़ी बड़ी कंपनिया भारत मैं दिल के रोगियों (heart patients) को अरबों की दवाई बेच रही हैं .........लेकिन अगर आपको कोई तकलीफ हुई तो डॉक्टर कहेगा angioplasty (एन्जीओप्लास्टी) करवाओ।इस ऑपरेशन मे डॉक्टर दिल की नली में एक spring डालते हैं जिसे stent कहते हैं।यह stent अमेरिका में बनता है और इसका cost of production सिर्फ 3 डॉलर (रू.150-180) है..........Cholestrol, BP ya heart attack आने की मुख्य वजह है, Angioplasty ऑपरेशन...........यह कभी किसी का सफल नहीं होता............क्यूँकी डॉक्टर, जो spring दिल की नली मे डालता है वह बिलकुल pen की spring की तरह होती है........कुछ ही महीनो में उस spring की दोनों साइडों पर आगे व पीछे blockage (cholestrol व fat) जमा होना शुरू हो जाता है.............इसके बाद फिर आता है दूसरा हार्ट अटैक............ डॉक्टर कहता हें फिर से angioplasty करवाओ..........आपके लाखो रूपए लुटता है और आपकी जिंदगी इसी में निकल जाती है..............
अब पढ़िए उसका आयुर्वेदिक इलाज..
एक कप नींबू का रस......एक कप अदरक का रस......एक कप लहसुन का रस.......एक कप सेब का सिरका लें..........चारों को मिला कर धीमीं आंच पर गरम करें जब 3 कप रह जाए तो उसे ठण्डा कर लें..........उसमें 3 कप शहद मिला लें रोज इस दवा के 3 चम्मच सुबह खाली पेट लें जिससे सारी ब्लॉकेज खत्म हो जाएंगी........


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KALI PHOS (काली फास ) 6x शक्ति की दवा ( बायोकेमिक/होम्योपैथी स्टोर्स पर उपलब्ध ) की 4-4-4 गोलियां सुबह -दोपहर-शाम को चूसने से न केवल हार्ट-हृदय संबंधी रोग अपितु हाई व लो ब्लड प्रेशर में भी लाभ होता है। यह sinking heart की अचूक औषद्धि है। 

इसके अतिरिक्त हाई,लो-ब्लड प्रेशर,हार्ट समस्या, दमा, और मानसिक चिंता होने पर :
ॐ भू : ॐ भुवा : ॐ स्व :ॐ तत्स वितुर्वरेनियम  भर्गो देवस्य धीमहि:।  धियो यो :न प्रचोदयात। । 
इस मंत्र का 108 या  कम से कम 27 बार  पश्चिम की ओर मुख करके उच्चारण करने से समाधान होता है। क्योंकि अ+उ +म =ॐ का उच्चारण करने से शरीर के केंद्रीय भाग -नाभि की कसरत हो जाती है जिससे सभी प्रकार के ब्लाकेज्स खुल जाते हैं। इसके अलावा न तो नाभि की कोई कसरत है न ही मालिश । 
--- विजय राजबली माथुर

Monday 22 June 2015

पाचन सही रखता है चने का सत्तू --- डॉ आरती सिंह

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डॉ आरती सिंह

पाचन सही रखता है चने का सत्तू---------------------
गर्मियों में चने का सत्तू सेहत के लिए फायदेमंद होता है......चने के सत्तू में फाइबर्स और कार्बोहाइड्रेट्स की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है...........गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स का इस्तेमाल सेहत के लिए जितना नुकसानदायक होता है, उतना ही चने के सत्तू का शर्बत फायदेमंद होता है......... कई बार खाना खाने के बाद डाइजेशन की प्रॉब्लम हो जाती है जिसे चने का सत्तू पीकर दूर किया जा सकता है....... चने का सत्तू पीने से पेट में ठंड बनी रहती है। इसे खाने से या इसे पीने से काफी समय तक भूख नहीं लगती। इससे आसानी से वजन कम किया जा सकता है.........इसका सेवन इंस्टेंट एनर्जी देता है। इसमें मौजूद कई तरह के मिनरल्स जैसे आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं, खासतौर से इसमें नींबू और नमक मिलाकर पीना......सत्तू में गर्मियों में लू से बचाने वाले गुण होते हैं। पेट को ठंडा रखने के साथ ही ये कई तरह की पेट की बीमारियों को भी दूर करता है। शरीर का तापमान कंट्रोल करता है जिसके लिए खाली पेट इसका सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है.....चने के सत्तू में कई सारे ऐसे तत्व होते हैं जो एक संपूर्ण आहार के लिए जरूरी होते हैं........शरीर में आयरन की कमी से होने वाली एनीमिया की समस्या को रोजाना सत्तू में पानी मिलाकर पीकर दूर किया जा सकता है
चने के सत्तू का सेवन ताकतवर बनाने के साथ ही शरीर में एक्स्ट्रा ग्लूकोज की मात्रा को भी कम करता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए कारगर होता है.........


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Friday 19 June 2015

खुजली की आयुर्वेदिक चिकित्सा --- लक्ष्मण सिंह

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 साभार :
http://www.onlymyhealth.com/ayurveda-itching-in-hindi-1318846129
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 पानी में नीम के पत्ते उबाल कर, उस पानी को ठंडा कर उससे नहाने से खुजली दूर होती है। सरसों के तेल की मालिश करना भी लाभप्रद है। नहाते समय पानी में डेटोल की कुछ बूंदें डाल देने से खुजली दूर होती है। तुलसी के पत्तों का रस खुजली वाले स्थान पर घिसने से भी लाभ होता है। नहाते समय पानी की बाल्टी में एक नींबू का रस डाल लिया जाये तो इससे भी त्वचा को आराम मिलता है। पानी में चने के आटे को मिलाकर शरीर पर लगाने से भी लाभ होता है। एक चम्मच टमाटर का रस, दो चम्मच नारियल के तेल में मिलाकर शरीर पर मालिश करें। फिर 20-25 मिनट बाद नहा लें। इससे खुजली दूर हो जाएगी।
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खुजली होने पर साबुन का प्रयोग कम कर दें क्योंकि जितना ज्यादा स्किन रुखी होगी उतनी ही खुजली बढ़ेगी। अगर आप साबुन के बिना नहीं रह पा रहें हैं तो सौम्य साबुन का प्रयोर करें। कभी कभी त्‍वचा को सुगंधित पदार्थों, क्रीम, लोशन, शैंपू, जूतों या कपड़ों में पाए जाने वाले रसायनों से भी एलर्जी हो जाती है। इसलिए सही तरीके का लोशन इत्‍यादि ही लगाएं।थोडा सा कपूर लेकर उसमें दो बड़े चम्‍मच नारियल का तेल मिलाकर खुजली वाले स्‍थान पर नियमित लगाने से खुजली मिट जाती है। हां, तेल को हल्‍का सा गरम करके ही कपूर में मिलाए।
साभार :
http://www.onlymyhealth.com/health-questions-answers-hindi/tips-for-body-etching-in-hindi-35604
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होम्योपैथी :


Thursday 18 June 2015

विषद्रव्य का उपचार नींबू का छिलका एवं अन्य छोटे-छोटे उपाए --- डॉ आरती सिंह

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16 jun 2015 
फ्रीज़ किए गए नींबू के आश्चर्यजनक परिणाम--------------------
नींबू को स्वच्छ धोकर फ्रीजर में रखिए........8 सॆ 10 घंटे बाद वह बर्फ जैसा ठंडा तथा कड़ा हो जाएगा.........उपयोग में लाने के लिए उसे कद्दूकस कर लें.......आप जो भी खाएँ उसपर इसे डाल कर खा सकते हैं........इससे खाद्यपदार्थ में एक अलग ही टेस्ट आ जाता।
नींबू के छिलके में 5 से 10 गुना अधिक विटामिन 'सी' होता है और वही हम फेंक देते हैं...नींबू के छिलके में शरीर कॆ सभी विषद्रव्य को बाहर निकालने की क्षमता होती है।
नींबु का छिलका कैंसर का नाश करता है.........यह छिलका कैमोथेरेपी से 10,000 गुना ज्यादा प्रभावी है.........यह बैक्टेरियल इन्फेक्शन, फंगस आदि पर भी प्रभावी है.........नींबू का रस विशेषत: छिलका रक्तदाब तथा मानसिक दबाव नियंत्रित करता है........नींबू का छिलका 12 से ज्यादा प्रकार के कैंसर में पूर्ण प्रभावी है और वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के।
आप अच्छे पके हुए तथा स्वच्छ नीबू फ्रीज में रखें और कद्दूकस कर प्रतिदिन अपने आहार के साथ प्रयोग करें।



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पेट दर्द - अाधा चम्मच हल्दी और आधे चम्मच नमक को मिलाकर ठंडे पानी से फांकी मार लें। पेट दर्द में तुरंत आराम मिलेगा।
बालों का गिरना - यदि आपके बालों में रूसी है या फिर आपके बाल झड़ रहे हैं तो आप कच्चे पपीते का पेस्ट बनाकर बालों की जड़ों पर 10 मिनट तक लगाएं। उसके बाद बाल धो लें। ऐसा करने से आपके बाल नहीं झड़ेंगे।
खून की खराबी - खून साफ नहीं हैं तो 1 चम्मच शहद को आधे गिलास पालक के रस में मिलाकर 1 महीने तक सेवन करें। यह आपके रक्त विकार को दूर करेगा और खून को साफ रखेगा।
स्किन प्रॉब्लम - नारियल पानी में कच्चा दूध, नींबू का रस, बेसन और चंदन पाउडर मिलाकर लेप तैयार करें। नहाने से 15 मिनट पहले ये लेप चेहरे पर लगाएं। उसके बाद चेहरा धो लें। यह नुस्खा स्किन प्रॉब्लम दूर कर चेहरे को चमकदार बनाता है।
एसिडिटी - भोजन करने के बाद आप थोड़े से गुड़ का सेवन करें। ऐसा करने से एसिडिटी की समस्या खत्म हो जाएगी।
सिरदर्द - एक गिलास गर्म पानी में आधे नींबू का रस डालकर पिएं। सिर दर्द दूर हो जाएगा। साथ ही युकेलिप्टस के तेल से सिर की मसाज करें। इससे सिर दर्द में आराम मिलता है।
गैस्ट्रिक ट्रबल - अजवायन और काला नमक पीस कर समान मात्रा में मिला लें। इस चूर्ण को एक चम्मच मात्रा में गर्म पानी से लें। गैस की समस्या में तुरंत आराम मिलेगा।
गैस्ट्रिक ट्रबल - एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नीबू, थोड़ा सा काला नमक, सिका हुआ जीरा और थोडी सी हींग मिलाकर लेने से गैस की तकलीफ में तत्काल राहत मिलती है।
जुकाम - यदि जुकाम या सर्दी हो तो रात को सोने से पहले गर्म पानी पीकर सोएं। जुकाम में बहुत राहत मिलेगी।
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Tuesday 16 June 2015

सफ़ेद बालों को काला करें --- डॉ आरती सिंह

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डॉ आरती सिंह



सफेद बालो को काला करे----------------------------------
--अदरक को घिस कर उसमें दूध मिला कर गाढा पेस्‍ट बनाएं। इस पेस्‍ट को अपने बालों में लगा कर 10 मिनट बाद सिर धो लें। इस विधि को हफ्ते में एक बार करें।
--हिना और दही को 50:50 के अनुपात में मिला कर बालों में लगाइये। यदि इस घरेलू उपचार को हफ्ते में एक दिन कर के लगाया जाए तो बालों का रंग प्राकृतिक रूप से बदलने लगता है।
--प्‍याज को घिस कर उसके गूदे को सिर पर हफ्ते में 4 बार लगाइये। इससे बालों का रंग दुबारा वापस आ जाएगा और बालों में शाइन भी आएगी।
--बालों को सफेद होने से रोकने के लिये बालों और सिर की त्‍वचा पर आंवले का रस लगाएं। इससे बाल ज्‍यादा उगते हैं और वह शाइनी और कोमल होते हैं।
--आमला का रस अगर बादाम के तेल में मिक्‍स कर के बालों में लगाया जाए तो बाल काले होगें।
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पान मसाला और गुटखा के सेवन करने वालों का मुँह कम खुलना-------
आजकल पान मसाला और गुटका खाने का बहुत प्रचलन है..... जिसको देखें मुँह में ज़हर भरे घूम रहा है......... गुटका , पान मसाला और तंबाकू खाने वाले कैंसर , अलसर , मुँह कम खुलना इत्यादि बीमारियों को दावत देते हैं......... मार्केट में तंबाकू वाले गुटकों और पान मसालों से उपयोगकर्ताओं में कैंसर और मुंह कम खुलने की शिकायत बहुत ज्यादा आ रही है इसका एलोपैथी में ऑपरेशन के सिवाय और कोई निदान नहीं है........... यदि किसी का मुँह कम खुल रहा है तो उसके लिए सस्ता और सर्वसुलभ उपाय--------अखरोट का छिलका गुटका की तरह बारीक कूट पीस कर रख लें और उसको गुटका की तरह चबाकर थूकते रहें..... उससे से पीड़ित की मुँह की चाप खुलने लगेगी......
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Monday 15 June 2015

15 Health Benefits of Jackfruit----( article copied with thanks from-http://www.healthyfoodteam.com)

There is an old saying that goes like:”an apple a day, keeps the doctor away”. But there are also many other fruits with high nutritional value like the apple. The fruits are very helpful for the human body. In this article you will learn more about the benefits of jackfruit. It belongs in the mulberry family. It is eatable in ripe and unripe form. It has plenty of vitamin A and vitamin C, iron, potassium, calcium, niacin, thiamine, riboflavin, etc. You should know more about eating jackfruit. If you like to eat it unripe you will need to cook it. You can prepare it with a taste of mutton if you make it with accurate particular spices. If you like to eat it ripe you can make jam, jelly, cakes, candies, or simply eat it directly. Here are some benefits of the jackfruit. 15 Health Benefits Of Jackfruit1. Improved immunity. Thanks to the vitamin C included, it will keep you safe from bacteria and infections by increasing and assisting the function of white blood cells.
2. Cancer protection. Jackfruit includes phytonutrients such as lignas, saponins and isoflavones. These properties of jackfruits are vital in the fight against cancer due of their anti-cancer and anti-aging compounds.
3. Assist in your digestion. Thanks to its anti-ulcer characteristics it keeps you safe from digestive issues. Jackfruit is helpful against constipation.
4. Increase your energy. The fructose and sucrose included in jackfruit are providing the body with plenty of energy without distributing the sugar level in the system.
5. Reduce your BP. Thanks to its large amount of potassium your blood will be controlled which will automatically reduce the chances of heart attack and stroke.
6. Asthma under control. In some studies was proved that if you boil the jackfruit root and its extract you will reduce your asthma issues. Try it if you are suffering from asthma.
7. Preventing anemia. Jackfruit can be of great help with your anemia issues. The women are more vulnerable than man. The jackfruit stimulates and improves circulation of the blood and heals the anemia.
8. Thyroid will not cause any more problems. Thyroid requires copper in order to work well. The jackfruit has plenty of copper in its structure. It will support the function of the thyroid and the hormones will be produced without any problem. The medications will not be needed anymore.


9. Firmer bones. You already know that the bones are requiring calcium. Jackfruit is rich source of magnesium, which is very helpful in absorbing calcium. Your bones will be stronger and more resistant to osteoporosis and arthritis. If you have some low density issues you can use the help of jackfruit. 10. Prevents aging and helps your skin. This fruit is rich in antioxidants. They are helpful in decreasing the aging, while the water included in jackfruit will make your skin moisturized. It is also helpful against crinkles.
11. Improves vision. This fruit is also rich in vitamin A which is helpful in keeping your eyes strong and powerful. It protects them from UV rays and disables cataracts.
12. Prevent Colon cancer and piles. Thanks to the antioxidants you will lower the risk of colon cancer. The fibers included in jackfruit will prevent constipation and the symptoms of piles.
13. Helpful for pregnant women. The vitamin B (niacin) included in this fruit is very helpful for the pregnant and the women who are breastfeeding, monitoring the hormones and boosting the immune system.
14. The jackfruit seeds can be useful too. Triturate the jackfruit seeds and mix them with honey and milk in order to get a face mask. Put it on your face and leave it to work for 30 minutes. Wash it with water. Use this face mask regularly and you will have great results-face cleaner of wrinkles.
15. More benefits. Consume dried seeds like snacks. You can use unripe jackfruit for many different recopies. They are great source of proteins, minerals and starch.


Source: www.weeklyhealthylife.com - See more at: http://www.healthyfoodteam.com/15-health-benefits-of-jackfruit/#sthash.Xp7sxOHB.dpuf

Sunday 14 June 2015

जान के दुश्मन----------------- शैम्पू और टूथपेस्ट ------ आरती सिंह

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डॉ आरती सिंह









14 jun 2015
 

शैम्पू और टूथपेस्ट भी बन सकते हैं आपकी जान के दुश्मन-----------------

घर में इस्तेमाल होने वाले बहुत से उत्पादों में कई ऎसे रासायनिक तत्व होते हैं, जो हमें उस उत्पाद का आदी बनाते हैं.....जर्नल "प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकाडमी ऑफ साइंसेज " में प्रकाशित अध्ययन में डेनमार्क तथा जर्मनी के शोधकर्ताओं ने ऎसे 100 घरेलू उत्पादों का अध्ययन कर नतीजा पेश किया, जो कहता है कि इनमें हर तीसरा उत्पाद हमारी प्रजनन क्षमता पर असर डालता है.......... इन रोजाना उपयोग होने वाले घरेलू उत्पाद में ट्राइक्लोसन पाया जाता है, जो लिवर फिब्रोसिस तथा कैंसर से जुड़ा हुआ है............प्रयोगशाला में चूहों पर हुए एक परीक्षण में यह बात सामने आई है। ट्राइक्लोसन एक एंटी-माइक्रोबियल तत्व है, जो मुख्य रूप में टूथपेस्ट, सोप, शैम्पू और अन्य घरेलू उत्पादों में पाया जाता है............शोधकर्ताओं के अनुसार, इस त्तव का लंबे समय तक उपयोग आपको विकारों की चपेट में ला सकता है, क्योंकि यह आपके शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर करता जाता है। यह ऊतकों के संकुचन में भी दिक्कत लाता है.......अमरीका के फूड एंड ड्रग विभाग ने ट्राइक्लोसन को पहले से ही जांच के दायरे में ले रखा है, क्योंकि यह हार्मोस तथा मांसपेशियों के संकुचन को खराब करती है.......


Sunday 7 June 2015

सोयाबीन से तैयार पौष्टिक दूध --- आरती सिंह

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06 जून 2015 
125 ग्राम सोयाबीन से तैयार करें एक लीटर दूध..............
125 ग्राम सोयाबीन को साफ कीजिये, धोइये और रात भर के लिये भीगने दीजिये.....सोयाबीन से पानी निकाल दीजिये, उबलते पानी में डालिये और ढककर 5 मिनिट के लिये रख दीजिये, इस तरह से महक कम हो जायेगी और सोयाबीन के छिलके उतारने में आसानी रहेगी.....गरम किये गये दानों को हाथ से मलिये और छिलके अलग कर दीजिये, अब सोयाबीन को पानी में डालिये और छिलके तैरा कर हाथ से निकाल दीजिये......छिलके रहित सोयाबीन को मिक्सर में डालिये, पानी डाल कर एकदम बारीक पीस लीजिये...... पिसे मिश्रण में 1 लीटर पानी डालिये और मिक्सर चला कर अच्छी तरह मिक्स कर दीजिये......दूध को गरम करने के लिये आग पर रख दीजिये, दूध के ऊपर जो झाग दिखाई दे रहे हैं उनको चमचे से निकाल कर हटा दीजिये........ दूध उबालते समय थोड़ी थोड़ी देर में चमचे से चलाते रहिये. दूध में उबाल आने के बाद 5-10 मिनिट तक दूध को उबलने दीजिये. आग बन्द कर दीजिये...........अब इस उबले हुये दूध को को साफ कपड़े में डालकर अच्छी तरह छान लीजिये. छानने के बाद जो ठोस पदार्थ सोयाबीन पल्प कपड़े में रह गया है उसे किसी अलग प्याले में रख लीजिये,
सोयाबीन का दूध तैयार है. दूध को ठंडा होने दीजिये. सोयाबीन के दूध को आप अब पीने के काम में ला सकते हैं, सोयाबीन का दूध फ्रिज में रखकर 3 दिन तक काम में लाया जा सकता है.............

Saturday 6 June 2015

शुद्ध शहद कैसे पहचानें? : अनचाहे बाल कैसे हटाएँ ? --- आरती सिंह

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आरती सिंह 



05 jun 2015  at 12:03am · Edited
शुद्ध शहद की पहचान.................
* शुद्ध शहद को कुत्ता नहीं खाता।
* कागज पर शहद डालने से नीचे निशान नहीं आता है।
* शहद की कुछ बूंदे पानी में डालें। यदि यह बूंदे पानी में बनी रहती है तो शहद असली है और शहद की बूंदे पानी में मिल जाती है तो शहद में मिलावट है।
* रूई की बत्ती बनाकर शहद में भिगोकर जलाएं यदि बत्ती जलती रहे तो शहद शुद्ध है।
*कपड़े पर शहद डालें और फिर पौंछे असली शहद कपडे़ पर नहीं लगता है |

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06 jun 2015 
महिलाओं को चेहरे , हाथ व पैर के अनचाहे बालों को हटाने के लिए.......... मिट्टी का तेल ( केरोसिन) 50 मिली. + 10 ग्राम कपूर + 5 ग्राम हरताल भस्म मिला कर रात्रि में सोने से पहले इस मिश्रण से मालिश करना चाहिए........ साथ ही गन्धर्व हरीतकी आधा चम्मच + आरोग्यवर्धिनी बटी एक गोली रात को भोजन के आधा घंटे बाद गुनगुने गर्म जल से लेना चाहिए............. दो माह में स्वतः ही बाल गिरने लगेंगे और नए बाल न उगेंगे……… अनचाहे बाल हटने से चेहरे , हाथ व पैर की त्वचा में निखार आ जायेगा...........

Thursday 4 June 2015

गुलकंद एवं नींबू व केले के छिलकों से उपचार : सांवली त्वचा का सलोना निखार --- आरती सिंह

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आरती सिंह


 
गुलकंद बनाने की विधि::
समाग्री:: ताजी गुलाब की पंखुडियां, बराबर मात्रा में चीनी, एक छोटा चम्मच पिसी छोटी इलायची तथा पिसा सौंफ
विधि------------गुलाब की ताजी व खुली पंखुडियॉं लें ...., कांच की बडे मुंह की बोतल लें इसमें थोडी पंखुडियां डालें.... अब चीनी डालें... फिर पंखुडियां... फिर चीनी....अब एक छोटा चम्मच पिसी छोटी इलायची तथा पिसा सौंफ डालें..... फिर उपर से पंखुडियां डालें... फिर चीनी.... इस तरह से डब्बा भर जाने तक करते रहें.... इसे धूप में रख दे आठ दस दिन के लिये......बीच- बीच में इसे चलाते रहें.... चीनी पानी छोडेगी और उसी चीनी पानी में पंखुडियां गलेंगी.... (अलग से पानी नहीं डालना है)..... पंखुडियां पूरी तरह गल जाय यानि सब एक सार हो जाय....... लीजिये तैयार हो गया आपका गुलकंद.......
1. गुलकंद के प्रयोग से कब्ज का नाश होता है, डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं रहती और जलन जैसी तकलीफों में आराम मिलता है।
2. गर्मी से आंखों में जलन व लालिमा, पेशाब में कमी, रूकावट या पीलापन, अधिक पसीना आना, त्वचा में खुजली या रंग फीका पड़ने जैसी परेशानियों में गुलकंद का इस्तेमाल लाभकारी होता है।
3. गुलकंद से गर्भाशय, आमाशय, मूत्राशय और मलाशय की बढ़ी हुई गर्मी दूर होती है।
4. यह दिमाग और आमाशय की शक्ति को बढ़ाता है। यदि भोजन करने के बाद गुलकंद खाया जाए तो यह दिमाग के लिए लाभदायक होता है।
5. प्रतिदिन 10-15 ग्राम गुलकंद सुबह और शाम दूध के साथ खाने से नकसीर का पुराने से पुराना रोग भी ठीक हो जाता है।
6. उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से पीडित रोगी को प्रतिदिन 25-30 ग्राम गुलकंद खाने से कब्ज की समस्या नहीं रहती।
7. गुलकंद रक्त विकार दूर करता है।
8. सुबह और शाम इसे खाने से अधिक पसीने व शरीर से बदबू आने की समस्या दूर होती है। पेट साफ रहता है, भूख बढ़ती है और शरीर में ताकत आती है।
9.रोजाना 1-2 चम्मच गुलकंद खाने से एसिडिटी की समस्या दूर होती है। पीरियड के दौरान गुलकंद खाने से पेटदर्द में आराम मिलता है।
10.गुलकंद शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और कब्ज को भी दूर करता है।सीने की जलन और हड्डियो के रोगो में लाभकारी है, सुबह-शाम एक-एक चम्मच गुलकंद खाने पर मसूढ़ों में सूजन या खून आने की समस्या दूर हो जाती है।
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दस्त और डायरिया का अचूक फार्मुला...................
नींबू का रस निकालने के बाद छिल्कों को फेकें नहीं..इन्हें छाँव में रखकर सुखा लें..कच्चे हरे केले का छिल्का उतारकर उसके गूदे को बारीक-बारीक टुकड़े करें और इसे भी छाँव में सुखा लें..............जब दोनो अच्छी तरह सूख जाए तो दोनो की समान मात्रा लेकर मिक्सर में एक साथ ग्राइंड करलें..चूर्ण तैयार.............. दस्त और डायरिया का अचूक फार्मुला..बस 1 चम्मच चूर्ण की फांकी मारनी होगी, हर 2 घंटे के अंतराल से, देखते ही देखते सब ठीक........
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सांवली त्वचा का सलोना निखार------------
यूँ तो साँवली त्वचा की खूबसूरती पर कवियों ने अपनी कलम खूब चलाई है............ बावजूद इसके सांवला रंग युवा वर्ग में परेशानी का सबब बना हुआ है.............. गोरेपन की क्रीम के झांसे में फंसने के बजाय बेहतर होगा कि अपनी त्वचा को निखरी और सलोनी बनाने के प्रयास किए जाए.............दुनिया की कोई भी क्रीम आपको गोरा नहीं बना सकती अत: आपको जो त्वचा प्राकृतिक रूप से मिली है उसी को स्वस्थ और आकर्षक बनाने के जतन करने चाहिए............सांवली त्वचा को सलोनी रंगत देने के लिए अपनी मजीठ, हल्दी, चिरौंजी 50-50 ग्रा. लेकर पाउडर बना लें.............. एक-एक चम्मच सब चीजों को मिलाकर इसमें 6 चम्मच शहद मिलाएं और नींबू का रस तथा गुलाब जल डालकर पेस्ट बना लें...............इस पेस्ट को चेहरे, गरदन, बांहों पर लगाएं और एक घंटे के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो दें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से सांवलापन दूर होकर रंग निखर आएगा.....त्वचा में आकर्षक चमक आएगी.....

साभार :

Tuesday 2 June 2015

चुटकियों में कम कर देगा तोंद...... अदरक का इस्तेमाल --- आरती सिंह

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गर्मियों में अदरक का ऐसा इस्तेमाल...... चुटकियों में कम कर देगा तोंद...... 

आधुनिक जीवन शैली में मोटापा के साथ ही तोंद की समस्या आम हो चली है। ऐसे में कैलोरी को बर्न करने वाले पेय पदार्थों का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहतर साबित हो सकता है...........खासकर गर्मी के सीजन में पेय पदार्थों का इस्तेमाल आपको दिनभर तरोताजा रखने के साथ ही तोंद से निजात दिलाएगा। इसके अलावा सोने से पहले खास पेय पदार्थों को लेने से मोटापा भी घटाने में मदद मिलती है।

गर्मी के दिनों में नींबू पानी, खीरा का जूस, एलोवेरा का जूस और अदरक का रस पीना बेहतर होता है। अगर नींबू, एलोवेरा और खीरे का जूस मिलाकर पिया जाए, तो अधिक फायदेमंद होता है..............रोजाना एक चम्मच अदरक का रस आपकी तोंद को कम करने और मोटापा घटाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा अदरक का सेवन खून के प्रवाह को बेहतर बनाने के साथ ही कैंसर के खतरे को कम करता है।

साभार : 
https://www.facebook.com/groups/1374833052829804/permalink/1454187928227649/ 




















 

Sunday 31 May 2015

बेल के औषधीय गुण --- आरती सिंह

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बेल फल उत्तम वायुनाशक, कफ-निस्सारक व जठराग्निवर्धक है। ये कृमि व दुर्गन्ध का नाश करते हैं........इनमें निहित उड़नशील तैल व इगेलिन, इगेलेनिन नामक क्षार-तत्त्व आदि औषधीय गुणों से भरपूर हैं... बेल के फल का रस ठंडा होता है इसका सेवन गर्मियों में करने से लू और गर्मी की दिक्कते नहीं होती है.........ये गर्मियों में जहां आपको राहत देते हैं, वहीं इनका सेवन शरीर के लिए लाभप्रद भी है। बेल में शरीर को ताकतवर रखने के गुणकारी तत्व विद्यमान हैं। इसके सेवन से कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता, बल्कि यह रोगों को दूर भगा कर नई स्फूर्ति प्रदान करता है।
*पुराने से पुराने आँव रोग से छुटकारा पाने के लिए प्रतिदिन अधकच्चे बेलफल का सेवन करें।
* यह डायरिया रोग में काफी लाभप्रद है। यह फल पाचक होने के साथ-साथ बलवर्द्धक भी है।
*पके फल के सेवन से वात-कफ का शमन होता है।
*आँख में दर्द होने पर बेल के पत्त्तों की लुगदी आँख पर बाँधने से काफी आराम मिलता है।
*कई मर्तबा गर्मियों में आँखें लाल-लाल हो जाती हैं तथा जलने लगती हैं। ऐसी स्थिति में बेल के पत्तों का रस एक-एक बूँद आँख में डालना चाहिए। लाली व जलन शीघ्र दूर हो जाएगी।
*बच्चों के पेट में कीड़े हों तो इस फल के पत्तों का अर्क निकालकर पिलाना चाहिए।
*बेल की छाल का काढ़ा पीने से अतिसार रोग में राहत मिलती है।
*इसके पके फल को शहद व मिश्री के साथ चाटने से शरीर के खून का रंग साफ होता है, खून में भी वृद्धि होती है।
*बेल के गूदे को खांड के साथ खाने से संग्रहणी रोग में राहत मिलती है।
*बेल का मुरब्बा शरीर की शक्ति बढ़ाता है तथा सभी उदर विकारों से छुटकारा भी दिलाता है।
*गर्मियों में गर्भवती स्त्रियों का जी मिचलाने लगे तो बेल और सौंठ का काढ़ा दो चम्मच पिलाना चाहिए।
*पके बेल के गूदे में काली मिर्च, सेंधा नमक मिलाकर खाने से आवाज भी सुरीली होती है।
*छोटे बच्चों को प्रतिदिन एक चम्मच पका बेल खिलाने से शरीर की हड्डियाँ मजबूत होती हैं। 
*बेल के फल का गुदा निकल कर उसमे थोड़ी मिश्री मिलाकर ३-४ बार लगातार खाने से आँखों की समस्याओ से रहत मिलती है ।
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